पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर दर्ज हुआ मुकदमा

सत्यदेव पांडे


चोपन~सोनभद्र। गौरव नगर निवासी इरफान बिगत 14 जुलाई को घायल अवस्था मे ओबरा के ओम चौराहा पर पड़ा मिला था। परिजनों के अनुसार इरफान अपने दोस्त के साथ चोपन से 14 जुलाई की रात लगभग 2.30 बजे ओबरा के लिये बाइक से गया लेकिन ओबरा पहुचने के बाद इरफान अपने दोस्त को छोड़कर कुछ देर में आता हूं कहकर चला गया। उसके बाद इरफान का दोस्त जब उसे लेने के लिए ओबरा के ओम चौराहा पर पहुँचा तो वह घायल अवस्था मे पड़ा था। दोस्त ने उसे ओबरा के ही परियोजना अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन डॉक्टरों ने हालत गम्भीर देखते हुए उसे रेफर कर दिया कई जगह से रेफर करने के बाद इरफान का इलाज ट्रामा सेंटर

वाराणसी में चल रहा था जहा 17 जुलाई को इरफान ने अंतिम सांस ली। जिसके बाद अस्पताल की सूचना पर स्थानीय पुलिस ने पीएम करवाया उसके बाद शव को परिजनों को सौंपा। परिजनों ने मामले की जांच व उचित कार्यवाही के लिए के लिये स्थानीय पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया लेकिन उनके द्वारा पीएम रिपोर्ट आने तक इंतजार करने की बात कह कर कई दिनों तक एफआईआर दर्ज नही की इस मामले में स्थानीय पुलिस की रुचि न देख परिजनों ने पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह से सभी पहलुओं पर निष्पक्षता पूर्ण जांच कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई। उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुये पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्राधिकारी ओबरा शंकर प्रसाद को मामले की जांच व कार्यवाही के लिए निर्देशित किया जिसके बाद पिता के तहरीर के आधार पर थाना ओबरा द्वारा अंततः मु0संख्या -152/22धारा 279,304ए के तहत पंजीकृत कर विवेचना उप निरीक्षक श्रीराम यादव थाना ओबरा को दे दिया गया। वहीं मृतक के पिता अपने पुत्र के खोने का गम नही भुला पा रहे हैं उनका कहना है कि मुझे बस प्रशासन से पूरी उम्मीद है कि मेरे बेटे को न्याय मिलेगा और आरोपी को सजा।

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