लोक कलाओं के संरक्षण एवं संबर्धन पर दिया जाये बल : अपर जिलाधिकारी
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम अन्तर्गत ‘सांस्कृतिक प्रतिभा खोज’ आयोजन के समापन पर रविवार को अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे आशुतोष दुबे ने कहा कि सोनभद्र जनपद की सांस्कृतिक विधाओं-लोक गायन, लोक नाट्य, भजन, लोक गीत, बिरहा पार्टी सहित विभिन्न विधाओं के लगभग 50 से अधिक प्रतिभावान कलाकारों का चयन निर्णायक मण्डल द्वारा किया गया। जनपद के लोक

कलाकारों ने राजकीय महिला महाविद्यालय छपका में अपनी शानदार प्रस्तुति दर्ज करायी। अपर जिलाधिकारी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के द्वारा सोनभद्र के लोक कलाकारों द्वारा प्राचीन भारतीय लोक गायन एवं संगीत के विविध आयामों के जीवंत किया गया। ये सांस्कृतिक विधाएं ही किसी भी देश समाज की सशक्त अर्मूत धरोहर होती है। कहा कि प्रदेश सरकार ऐसे कार्यक्रमों द्वारा जनपद की सांस्कृतिक मानवीय धरोहर को प्रोत्साहित कर राष्ट्रीय पटल पर पहुॅचाने का कार्य कर रही है। इन्ही कलाकारों में से आगे बढ़ते हुए पदमश्री पुरस्कारों को सुशोभित करते है। राजकीय महिला महाविद्यालय के प्राचार्या ने सभी कलाकारों की प्रस्तुति का गहनता से अवलोकन करते हुए उनकी अन्दर छुपी हुए प्रतिभा को निखारने पर बल दिया, उन्होंने सभी कलाकारों के शानदार अभिनव एवं मंचन पर बधाई दी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अशोक दुबे के अतिरिक्त राजकीय महिला महाविद्यालय की प्राचार्य वंदना सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिह, पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी, दीपक कुमार केसरवानी, सुनील तिवारी और अजय प्रताप कटियार आज ही नामित सदस्यों सहित नेसार अहमद, युवराज सिंह संरक्षक सूचना केन्द्र, मुकेश कुमार, जगदीश प्रसाद, आर्यभट्ट व अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।
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