सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। आजादी के अमृत महोत्सव धूम धाम हर्षोल्लास के साथ मनाये जाने के सम्बन्ध में मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार ने अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि जनपद में स्वतत्रंता आन्दोलन के स्मारक स्थलों की साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थायें एक सप्ताह के अन्दर सुनिश्चित की जायें। उन्होने स्वतत्रंता आन्दोलन से जुड़ें प्रमुख स्थल ग्राम परासी दूबे स्थित शहीद उद्यान के सर्वागींण विकास हेतु विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शहीद उद्यान के पास स्थित

तालाब को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जाये। नागरिकों एंव पर्यटकों को सुविधा के लिए शौचालय का निर्माण एंव शहीद उद्यान का विद्युतीकरण, उद्यान स्थित सभागार की पेंटिग, उद्यान में पौधरोपण और मुख्य सड़क पर साइन बोर्ड की पेंटिग सहित आवश्यक कार्यो के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने जिला बेशिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया की स्कूली बच्चों में देश प्रेम की भावना और गौरवशाली इतिहास से परचित कराने के लिए शहीद स्मारक स्थल का भ्रमण कराया जायें। ज्ञातव्य हो कि राबर्टसगंज- घोरावल मुख्य मार्ग पर स्थित शहीद उद्यान स्वतंत्रता का प्रमुख केन्द्र आगे क्या था, अविभाजित मिर्जापुर का सन 1941 का व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन व 1942 की महाक्रांति इसी स्थान से प्रारम्भ हुयी थी। 1921 के सविनय अवज्ञा आन्दोलन, 1930 के नमक कानून का भंग किया जाना सहित आजादी के आन्दोलन की कई बैठके इसी स्थान पर सम्पन्न हुये। 21 अप्रैल 1991 को जिला प्रशासन द्वारा इसके ऐतिहासिक महत्व को देखते हुये जनपद का शहीद उद्यान घोषित किया गया था, जहाॅ स्थापित गौरव स्तंभ पर जिले के सभी सेनानियों के नाम उत्कीर्ण है। मुख्य विकास अधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि उन गाॅवों के तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जाए जिस गाॅव में सेनानी का घर हो या वहाॅ कोई आजादी का स्मारक हो।
