विश्व युवा कौशल दिवस पर हिंडालको महान ने आयोजित की कैरियर काउन्सलिंग कार्यशाला

सिगरौली।विश्व युवा कौशल दिवस पर हिंडालको महान ने आयोजित की कैरियर काउन्सलिंग कार्यशाला।लगातार आगे बढ़ती दुनिया में आपको एक भी अनोखा स्किल दूसरों से बेहतर बना सकता है। यही वजह है कि अब तमाम स्किल डेवलपमेंट कोर्स चलन में हैं। स्टूडेंट हो या जॉब कर रहे हों,आजकल हर कंपनी और संस्थान कुछ खास स्किल्स वाले लोगों को हायर करती है। स्किल डेवलपमेंट कोर्स कर लेने के बाद आप अपनी फील्ड और इंडस्ट्री की जरूरत के हिसाब से खुद को ढाल सकते हैं,देश मे आज भी नॉन स्किल्ड वर्कर्स की भरमार है ऐसे में आज भी स्किल्ड वर्कर के लिये रोजगार के अवसरो की भरमार है ।हिंडालको महान में विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर परियोजना प्रमुख सेंथिल नाथ,मानव संसाधन प्रमुख बिश्वनाथ मुखर्जी,ऑपरेशन हेड आर.पी.सिंह ने विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर उन कर्मियों को शुभकामनाएं दी है जो अपने कौशल से दिन रात हिंडालको महान में एल्यूमिनियम उत्पादन में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं ।आज विश्व कौशल दिवस के मौके पर हिंडालको महान के तीन अभियंता रचापोतू प्रेरणा,अनीशा राव व प्रियतोष मित्रा ने शासकीय स्कूल बरगंवा में आयोजित कैरियर कार्यशाला में विज्ञान के 150 से ज्यादा छात्र छात्राओं की कैरियर काउंसलिग की,कार्यक्रम का संचालन करते हुये सी.एस. आर.विभाग से बीरेंद्र पाण्डेय ने बच्चो को बताया कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन का वो दौर भुलाया नहीं जा सकता। वर्ष 2020 और 21 में इस महामारी ने देश-दुनिया में हाहाकार मचाया। अनगिनत लोगों ने अपनों के खोने का दंश झेलना। बहुतों ने रोजगार जाने का झटका खाया, मगर हार नहीं मानी। नए रोजगार के लिए अपने कौशल के दम पर अपना नया उद्यम खड़ा किया। आज वे एक मुकाम पर हैं। कुछ ऐसी ही मिसाल अपने शहर और जिले में हैं। जिन्होंने अपने कौशल के सहारे खुद को और अपने क्षेत्र को नई पहचान दी है।
वही इंजीनियर रचापोतू प्रेरणा ने कहा कि लड़कियों को इंजीनियरिंग कराने में अक्सर अभिभावक घबराते हैं लेकिन खुद मैंने अपने परिवार को समझाया और अब आपके सामने हिंडालको महान की इंजीनियर के तौर पर खड़ी हूँ,वही इंजीनियर अनीशा राव ने कहा कि अपना देश के युवाओं को देश का भविष्य माना जाता है. जिस देश के युवा कमजोर स्थिति में हों, उस देश का भविष्य भी खतरे में आ जाता है. भारत समेत ऐसे तमाम देश हैं, जहां आज भी युवाओं के पास शिक्षा और रोजगार जैसी बुनियादी चीजें नहीं हैं और तमाम युवा बेरोजगार हैं. इसके अलावा तमाम युवा ऐसे भी हैं जो रोजगार के सीमित अवसरों को देखते हुए अपने हुनर के हिसाब से नौकरी प्राप्त नहीं कर पाते और कम सैलरी में भी काम करने को मजबूर होते हैं। हिंडालको महान के इंजीनियर प्रियतोष मित्रा ने छात्रों को कैरियर से संबंधित पूछे गये सवालों को जबाब देते हुये कहा कि हमे नौकरी से ज्यादा सफल उद्यमी बनने की ओर अग्रसर हो ,जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगो को रोजगार दे सके ,सफल उद्यमी भी वही बनता है जिसके पास कौशल होता है,इसलिये पढाई के साथ साथ खुद को तकनीकी रूप से मजबूत बनाना चाहिये । कार्यक्रम के सफल कार्यशाला आयोजन के लिये विद्यालय के प्राचार्य समेत अध्यापकों ने हिंडालको महान का आभार ब्यक्त किया।

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