सोनभद्र।हिंडालको महान ने विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित की जागरूकता कार्यशाला।
विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर देश भर में तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसमें जनसंख्या नियंत्रण के उपायों के बारे में बात की जाती है,जिसमें गरीबी, जच्चे-बच्चे का स्वास्थ्य, लैंगिक समानता,परिवार नियोजन, मानव अधिकार, गर्भनिरोधक दवाओं के प्रयोग से लेकर सुरक्षित यौन संबंधों जैसे समस्याओं पर चर्चा व चिन्तन शिविरों का आयोजन किया जाता है ।हिंडालको महान द्वारा निगमित सामाजिक दायित्व के तहत ग्राम बरैनिया में बरगंवा स्वास्थ्य केंद्र व सी.एस.आर.विभाग द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया,जिसमे सैकड़ो महिलाये शामिल हुई, हिंडालको महान के शीर्ष नेतृत्वकर्ता कंपनी प्रमुख सेंथिल नाथ व मानव संसाधन प्रमुख बिश्व नाथ मुखर्जी का भी यही उद्देश्य रहा है कि जन जागरूकता कार्यक्रमो के माध्यम से लोगो में फैली सामाजिक कुरीतियों को खत्म किया जा सकता है,इसी कड़ी में हिंडालको महान द्वारा अनवरत ऐसे जागरूकता कार्यक्रम का संचालन करता रहता है,विश्व जनसंख्या दिवस पर कार्यक्रम का संचालन करते हुये सी.एस.आर.विभाग से बीरेंद्र पाण्डेय ने जनसंख्या दिवस पर इस वर्ष की रखी गयी थीम -आठ बिलियन की दुनिया सभी के लिए एक लचीला भविष्य के साथ ही अवसरों का दोहन और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करने पर अपने विचार रखते हुये कहा कि,अपने देश मे जनसंख्या वृद्धि के अनेक कारणों में से जैसे अशिक्षा,बाल विवाह,अंधविश्वास,बहु संतान ,व लड़के के चाहत को मूल कारण बताया। जनसंख्या वृद्धि से अनके समस्याएं उत्पन्न हो रही है जिनमेंप्रमुख है पर्यावरण प्रदूषण, गरीबी, बेरोजगारी, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए प्रयास करना आवश्यक है तथा इसके लिए जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण करना सबसे ज्यादा आवश्यक है। जनसंख्या वृद्धि में नियंत्रण रखने में विज्ञान द्वारा किये गए उपाय कारगर साबित हो सकते है। आज विज्ञान ने इतनी प्रगति कर लीहै। कि इसके माध्यम से जनसंख्या वृद्धि जैसी जटिल समास्या पर काबू पाया जा सकता है तथा हमारा देश विकास की ओर अग्रसर हो सकता है।वही कार्यक्रम में शामिल सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता संध्या द्विवेदी ,सुषमा शाहू,सरोज पटेल ने महिलाओं को बढ़ती हुई जनसंख्या के लिये
परिवार नियोजन ही एक मात्र सफल मंत्र बताया,साथ ही परिवार नियोजन का मतलब बताते हुए कहा कि परिवार नियोजन यह तय करता है कि आपके कितने बच्चे हों और कब हों ? अगर आप बच्चे पैदा करने के लिए थोड़ी प्रतीक्षा करना चाहते हैं तो अनके उपलब्ध साधनों में से कोई एक साधन चुन सकते हैं | जागरुकता कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्वास्थ्य विभाग टीम व हिंडालको महान के सी.एस.आर.टीम से देवेश त्रिपाठी,खलालू व अरविंद का अहम योगदान रहा ।