शिक्षण कौशल से आकर्षण का केंद्र बनें विद्यालय : राजेन्द्र प्रसाद

नवागत जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा माध्यमिक शिक्षा से तय होती हैं दिशा व दशा !

सोनभद्र (सर्वेश श्रीवास्तव) । माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक अपने शिक्षण कौशल से

विद्यालयों को आकर्षण का केंद्र बनाएं । शिक्षण संस्थानों को सामाजिक चेतना के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए टीचिंग – लर्निंग के साथ साथ शिक्षणेत्तर गतिविधियों को बदलते भारत के अनुरूप करने के लिए शिक्षकों को नवाचार करना चाहिए । यह बातें सोमवार को मऊ जिले से स्थानांतरित होकर आए नवागत जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र
प्रसाद यादव (प्रथम) ने पदभार ग्रहण करने के बाद उपस्थित प्रबंधकों, प्रधानाचार्यो व शिक्षक नेताओं से कही । जनपद सुल्तानपुर के मूल निवासी श्री प्रसाद एक वैज्ञानिक सोच के अधिकारी है, जो माध्यमिक शिक्षा को एक विद्यार्थी की दिशा व दशा तय करने वाली मानते हैं। जनता इण्टर कालेज के प्रबंधक सुशील चौबे, राजा शारदा महेश इण्टर कालेज के प्रिंसिपल डॉ बृजेश सिंह , हंस वाहिनी इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य शिक्षक नेता उमाकांत मिश्र, आर एन
आर बी इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य गिरिजेश चौबे ,
जिला क्रीड़ा सचिव सुनील कुमार राव , संस्कृत के प्रवक्ता राकेश शुक्ल , राजकीय इण्टर कालेज के प्रिंसिपल ऋषिकेश पाठक , कमलेश यादव समेत अन्य लोग उपस्थित थे ।
ज्ञात हो यहाँ कार्यरत रहे डीआईओएस रविशंकर प्रसाद का ट्रांसफर उन्नाव हो गया है।

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