सोनभद्र।सीओ पिपरी प्रदीप सिंह चंदेल ने आकाशीय विजली से बचने के लिये अपील कर लोगो को जागरूक किया।सीओ पिपरी प्रदीप सिंह चंदेल ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जनहित में जारी पंप्लेट को ध्यान में रखते हुये बारिश या मानसून में बिजली कड़कना या गिरना आम बात है। इससे बचने के लिए स्वयं की सावधानी बहुत जरुरी है। यद्यपि, आपदा विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष प्रचार-प्रसार कराया जाता है। सामान्यता बारिश के दौरान लोगों द्वारा पेड़ के नीचे छिपने, बिजली और मोबाइल के टॉवर के नजदीक होने एवं, पानी के करीब होने के कारण वे आकाशीय बिजली के चपेट में आ जाते हैं। पिपरी क्षेत्र के अंतर्गत आकाशीय विजली गिरने कई लोगो की मौत के बाद सीओ पिपरी प्रदीप सिंह चंदेल ने अपील जारी कर खुद इससे बचाव करने की अपील करते हुए कहा कि लोग बारिश के समय व आसमान में आकाशीय बिजली के कड़कने के समय घरों के अंदर ही रहें। उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि वे घर से बाहर नहीं निकलनें। ज्यादा जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें। बाहर निकलते समय पूरी सावधानी बरतनी जरूरी है। फिलहाल लोगों को चाहिए कि जब भी बादल गरजना शुरू हों, सुरक्षित स्थानों से बाहर न निकलें और अगर कहीं फंस भी जाएं, तो लोगों को चाहिए कि बड़े पेड़ों की बजाय मकानों के नीचे खड़े हो जाएं, क्योंकि बिजली अधिकतर ऊंचे स्थानों या लंबे-ऊंचे पेड़ों पर ही गिरती है।बादलों की गड़गड़ाहट व कड़कती बिजली की आवाज कानों तक पहुंचें तो ऐसे में सावधान हो जाना बेहतर होगा। वज्रपात का गिरना सिर्फ जहां बादल है वहीं तक सीमित नहीं है बल्कि उसका दायरा 24 किमी तक फैला हुआ रहता है इसलिए जरूर है कि उस दौरान इंसान कुछ जरूरी एहतियात बरतें। इसमें मुख्य रूप से अपने घर में चला जाए। टीवी को बंद कर दें। प्लग निकाल दे। धातु से बने वस्तुओं, दरवाजा व खिड़कियों के पास जाने से बचें। लैंडलाइन का प्रयोग विषम स्थिति में करें। वैसे इस दौरान मोबाइल का उपयोग सुरक्षित माना गया है। अगर आप कार चला रहे हैं तो उसे किसी ऊंची लंबी धातु, पेड़, खंभा, तार या तार का घेरा के पास न रोकें। कार के भीतर रहना सुरक्षित माना गया है वह भी उस स्थिति में जब कार के सभी दरवाजे बंद हों। बाइक सवार बाइक छोड़कर दूर हट जाए। ट्रैक्टर चालक भी ट्रैक्टर छोड़कर दूरी बना ले। खेतों में रहने के दौरान किसान किसी भी स्थिति में पेड़ के नीचे अपने को सुरक्षित न माने। बल्कि खेत में बने रहना उससे ज्यादा सुरक्षित होगा या तुरंत अपने घर चले जाएं।