अपर मुख्य सचिव पशुपालन ने जनपद में मॉडल फिश योजना को क्रियान्वित कराए जाने पर विशेष जोर दिया

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

वाराणसी।जनपद में अब तक जनपद में 01 लाख 20 हजार पशुओं का वैक्सीनेशन कराया जा चुका हैअपर मुख्य सचिव पशुपालन ने जनपद में मॉडल फिश योजना को क्रियान्वित कराए जाने पर विशेष जोर दिया।बृहद गो संरक्षण केंद्रों के किनारे-किनारे वृक्षारोपण कराए-रजनीश दुबे वाराणसी। अपर मुख्य सचिव पशुपालन रजनीश दुबे ने पशुओं का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने वैक्सीन की उपलब्धता के संबंध में जानकारी के दौरान विभागीय अधिकारी को निर्देशित किया कि यदि वैक्सीन की कमी हो तो तत्काल शासन को पत्र लिखा जाय। बताया गया कि अब तक जनपद में 01 लाख 20 हजार पशुओं का वैक्सीनेशन कराया जा चुका है। उन्होंने 25 से 30 एकड़ भूमि को चिन्हित किए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि इस पर "वृहद गौशाला" का निर्माण कराया जाएगा। एक स्थल पर यदि इतनी जमीन की उपलब्धता होने में दिक्कत हो तो सरकारी चारागाह के पास उपलब्ध भूखंड को भी चिन्हित किया जा सकता है। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि यह गौशाला शासन की महत्वकांक्षी योजना में है, यह एक मॉडल गौशाला बनेगा। अपर मुख्य सचिव पशुपालन रजनीश दुबे ने शनिवार को सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना के प्रगति के संबंध में जानकारी के दौरान उन्होंने शासन की मंशा के अनुरूप प्रगति सुनिश्चित किए जाने का आदेश दिया। चंदौली में निर्माणाधीन फिश हेचरी के कार्य को युद्ध स्तर पर कराए जाने का निर्देश दिया। जनपद में मॉडल फिश योजना को भी क्रियान्वित कराए जाने पर विशेष जोर दिया। मत्स्य पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने हेतु उन्होंने अधिकारियों को कार्ययोजना बनाए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए एक वृहद तालाब को चिन्हित किया जाए। मत्स्य पालन, पशुपालन व डेयरी के संबंध में उन्होंने लघु फिल्म बनाए जाने का निर्देश दिया। ताकि लोगों को लघु फिल्म के माध्यम से इसके संबंध में विस्तार से बताया एवं जागरूक किया जा सके। उन्होंने पशुओं के वैक्सीनेशन से संबंधित रिकॉर्ड को पूरी तरह मेंटेन करने तथा पशु चिकित्सकों द्वारा पशुओं के परीक्षण की रिकॉर्ड भी रखे जाने का निर्देश दिया। अपर मुख्य सचिव द्वारा बृहद गो संरक्षण केंद्र के बाबत पूछे जाने पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में 03 गो संरक्षण केंद्र बनने हैं, जिसमें 02 बन गए हैं और क्रियाशील है, जबकि जबकि दूसरा निर्माणाधीन है अक्टूबर तक पूर्ण हो जायेगा। उन्होंने बृहद गो संरक्षण केंद्रों के किनारे-किनारे वृक्षारोपण कराए जाने का निर्देश दिया। अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने बैठक के दौरान सतुआ बाबा, गायत्री परिवार व अवधूतानंद मठों के प्रतिनिधियों से वार्ता की और इन मठों के गौशालाओं को पंजीकृत कराए जाने पर विशेष जोर दिया ताकि शासन द्वारा मिलने वाले अनुदान इन्हें प्राप्त हो सके।

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