विवाह मंडप में पहुंच बाल संरक्षण टीम ने रोकवाई शादी, हड़कम्प

—मामला बाल विवाह कर राजस्थान लेजाने की थी योजना

बीजपुर(सोनभद्र)। बीजपुर स्थित पुनर्वास प्रथम में हो रहे एक बाल विवाह को बाल संरक्षण की टीम ने गुरुवार की अर्धरात्रि में शादी मंडप में पहुंच हो रही शादी रोकवा कर वर वधु पक्ष के छह लोगों पर कार्यवाही के लिए स्थानीय थाने पर तहरीर दे दी। जानकारी के अनुसार पुनर्वास प्रथम निवासी लाल बहादुर गुप्ता अपनी नाबालिक पुत्री का विवाह गुरुवार की रात राजस्थान निवासी मनोज गुप्ता पुत्र भगवान गुप्ता के साथ कर रहा था घर मे मांगलिक कार्यक्रम चल रहा था, इसी बीच नाचते गाते बाराती भी द्वार पर पहुंच चुके थे तभी अचानक बाल संरक्षण की टीम पुलिस के साथ शादी के पंडाल में पहुंच गयी और लड़की तथा लड़के की उम्र की जानकारी लेने लगी। पहले तो लड़की के परिजन हिलाहवाली करते रहे लेकिन पुलिस के दबाब के आगे दोनों की सही उम्र बतानी पड़ी। लड़की की उम्र सोलह साल सुन बाल संरक्षण की टीम सकते में आ गयी और लड़की तथा लड़के और दोनों के परिजनों को थाने लाया गया, जहा बाल संरक्षण की टीम द्वारा राजस्थान निवासी वर पक्ष से दूल्हा मनोज कुमार पुत्र भगवान , दूल्हे का पिता भगवान पुत्र जगन्नाथ,दूल्हे का चाचा रमेश व हरिराम पुत्र राधेश्याम, लड़की के पिता लाल बहादुर व माँ सुमित्रा देवी के खिलाफ बीजपुर थाने में तहरीर देकर कड़ी कार्यवाही करने की अपील की गई।
वहीं बाल संरक्षण अधिकारी पुनीत टंडन ने बताया कि गुरुवार की शाम बीजपुर में बाल विवाह की जानकारी मिली तो आनन फानन में टीम तैयार कर मौके के लिए रवाना कर दिया गया और जांच पड़ताल के बाद नाबालिक की हो रही शादी को रोकवा दिया गया है। नाबालिक लड़की को टीम द्वारा अपनी अभिरक्षा में लेकर बाल कल्याण समिति सोनभद्र के समक्ष प्रस्तुत कर दिया गया आरोपी सभी अभियुक्तों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। बाल संरक्षक टीम में संरक्षक अधिकारी गायत्री दुबे,महिला शक्ति केंद्र , जिला समन्वयक साधना मिश्रा, सामाजिक कार्यकर्ता रोमी पाठक,ओआर डब्लू शेषमणि दुबे के साथ काफी संख्या में पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

मानव तस्करी के खेल में कोई पास कोई फेल

बीजपुर थाना क्षेत्र के बिभिन्न गाँवों- कस्बे में मानव तस्करी का खेल लम्बे समय से चल रहा था। जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के लगभग एक दर्जन ग्राम पंचायतों से अब तक राजस्थान, हरियाणा, पंजाब सहित कश्मीर बार्डर तक तीन दर्जन से अधिक लड़कियों को बहला फुसला कर परिजनों को कुछ धन का प्रलोभन देकर दलाल लड़कियों के शादी विवाह के नाम पर भेज चुके हैं। इस बीच कुछ में पेंच भी फँसा, कुछ थाना पुलिस के चक्कर मे पड़े लेकिन पुलिस ने मामले को रफा दफा करा कर दलालों के साथ भेज कर मामले को इतिश्री कर दिया।

बिभाग की सक्रियता से बची नाबालिक की इज्जत
उपरोक्त मामले में अगर किसी ने फोन कर बाल संरक्षण अधिकारी को जानकारी न दी होती तो शायद थाने से चंद कदम दूर की यह नाबालिक बच्ची दलालों के चंगुल में फंस कर आज राजस्थान पहुँच गयी होती। सूत्रों पर भरोसा करें तो वर पक्ष ने दलाल के माध्यम से इस बाल विवाह के लिए लाखों रुपये धन खर्च किए थे। लड़की 16 के उम्र की तो लड़का 36 के उम्र का बेमेल शादी से लोग स्तब्ध हैं।

वर्षो से दलाल है सक्रिय
आदिवासी बाहुल्य जनपद सोनभद्र की नाबालिक गाँवों की लड़कियों की शादी को लेकर इलाके में गरीबी का लाभ उठा कर कई दलाल ग्रुप सक्रिय हैं। इसमे एक दर्जन महिला तो इतने ही पुरुष दलाल रावर्ट्सगंज, तेलबुड़वा, रेनुकोट, दुद्धी, बैढन, रानीताली, बभनी, बीजपुर के इलाके में फैले हुए बताए जा रहे हैं। सूत्रों पर भरोसा करें तो गरीबी का नाजायज लाभ उठा कर लाखों खर्च कर अब तक सैकड़ों लड़कियों को राजस्थान भेज दिया गया है।

छः आरोपियों पर इन धाराओं में दर्ज हुआ के
बीजपुर पुलिस मुकदमा अपराध संख्या 61/2022, धारा 370, 371, व 10, 11, (1) वाल विवाह प्रति शोध अधिनियम 81 जे.टे.एक्ट दर्ज कर जाँच पड़ताल में जुट गयी है।

Translate »