आदिवासियों का प्राचीन खेल तीरंदाजी को जीवंत रखने का प्रयास सराहनीय है -प्रदीप सिंह चंदेल

अनपरा(सोनभद्र) थाना अनपरा परिक्षेत्र के सिदाहवा लोट में आदिवासी तीर धनुष प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन सोन आदिवासी शिल्पकला ग्रामोद्योग समिति के तत्वाधान में हुआ । मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रदीप सिंह चंदेल क्षेत्रधिकारी पिपरी ने डीहबाबा का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । आदिवासी तीर धनुष प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए सोनभद्र जिले के कोने कोने से एक से बढ़ एक तीरंदाज खिलाड़ियों का जमावड़ा लगा रहा सभी खिलाड़ियों ने चिन्हित निशाने पर निशान बाजी किया कई चरणों में चला कार्यक्रम में कुल 67 प्रतिभागियों ने भाग लिया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदीप सिंह चंदेल क्षेत्राधिकारी पिपरी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि आज के आधुनिकता के दौर में आदिवासी तीरंदाजी का खेल विलुप्त न हो जाय , समिति का प्रयास सराहनीय है जो आज भी जीवंत बनाएं रखने में सफल साबित हो रही है । आदिवासी भाइयों से अपील है कि तीरंदाजी के इस खेल को जीवंत बनाए रखे, तीरंदाजी खेल के माध्यम से ही अनपरा का खिलाड़ी को लखनऊ में डीजीपी श्री ओ पी सिंह साहब ने बुलाकर पुरस्कार देकर सम्मानित किया था । इस खेल के माध्यम से आप अपने क्षेत्र व प्रदेश ,देश का नाम विदेशों में जीत का परचम लहरा कर देश का नाम रोशन कर सकते है ।कार्यक्रम में मुख्य विजेता रामलाल केवट सिदहवा को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है ठीक उसी तरह दूसरा एवम् तृतीय विजेताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जगदीश साहनी अध्यक्ष , सोन आदिवासी शिल्पकला ग्रामोद्योग समिति ने किया । प्रमुख रूप से उपस्थित के,सी,जैन भाजपा नेता,आर,डी,सिंह ,भोलाराम बैसवार प्रधान पति कुलडोमरी, राकेश कुमार निषाद संचालन नंदू साहनी ने किया। ।

Translate »