कोन-सोनभद्र(नवीन चंद)। स्थानीय थाना क्षेत्र के कोन विंढमगंज मार्ग पर जंगल में बीते 13 अप्रैल को एक व्यापारी से हुई लूट का पुलिस ने पहले ही खुलासा कर दिया था लेकिन लूटकांड का एक अभियुक्त विकास कुमार रजक घटना के बाद से ही फरार चल रहा था जिसे शनिवार को कोन पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया। गढवा स्थित कपड़ा व्यवसाई अयोध्या प्रसाद विजय कुमार फर्म के मुनीम विष्णु प्रसाद पुत्र स्व0 दशरथ साव निवासी सोहपचपेड़वा थाना गढ़वा, जनपद गढ़वा झारखण्ड द्वारा बीते 13 अप्रैल को कोन पुलिस को सूचना दी गयी थी कि अज्ञात मोटर साइकिल सवार व्यक्तियों द्वारा कोन से वसूली कर वापस जाते समय कोन विंढमगंज मार्ग पर
तमंचा दिखा कर उनसे व्यापारियों से वसूली कर रखे पैसो का झोला लूट कर लुटेरे भाग गये है। जिसके बाद मौके पर थाना प्रभारी रमेश यादव सहित पुलिस की कई टीम घटना स्थल पर पहुंचते हुए घटना स्थल का मुआयना किया था और मुनीम से पूछताछ भी की थी जिसके बाद अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध मु0अ0सं0 39/2022 धारा 392 गादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया था। घटना में संलिप्त अज्ञात अभियुक्तो की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें बनाई गई थी और घटना में संलिप्त सतेंद्र मेहता और जितेंद्र कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया गया था वही फरार अभियुक्त झारखण्ड राज्य के गढ़वा जिला के कल्याणपुर निवासी विकास रजक ने माननीय न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था लेकिन पुलिस ने उसे रिमांड पर लेते हुए कड़ाई से पूछताछ करना शुरू किया जिसमे अभियुक्त ने लूट का पैसा झारखंड राज्य के नगर उटारी के झारखंड बार्डर पहाड़ी में छिपाने की बात कबूली। जिसके निशानदेही पर छिपाए गए स्थान से झोला बरामद किया गया जिसने लूट का 50 हजार रु नगद एक अदद देशी कट्टा 315 बोर,2 अदद जिंदा कारतूस,ग्राहक से वसूली लिस्ट,प्राप्ति रसीद व दो डाटपेन बरामद किए गए। वही अभियुक्त के खिलाफ स्थानीय थाने पर देशी कट्टे के संबंध में मुकदमा भी पंजीकृत है। गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना प्रभारी रमेश यादव, हेड कांस्टेबल त्रिभुवन सिंह, हे.का.अफरोज आलम, हे.का.जितेंद्र व सचिन शामिल रहे।