बभनी/सोनभद्र (विवेकानंद)। बभनी थाना क्षेत्र के छत्तीसगढ़ सीमा से सटे बैना चौराहे से दक्षिण 300 मीटर जिला पंचायत मद से नाली का निर्माण हो रहा है। इस नाली निर्माण में जंगल विभाग की मिलीभगत से अवैध रूप से खनन कर स्थानीय सैकड़ों ट्रॉली बालू ,बोल्डर का खनन कर प्रयोग किया जा रहा है। इस अवैध खनन से सरकार की लाखों रुपए का राजस्व वन
अधिकारियों की मिलीभगत से चोरी हो रही है। निर्माण में भी मानकों की व्यापक पैमाने पर अनदेखी की जा रही है। मौके पर कोई भी बोर्ड नहीं लगा है जिससे लोग जान सके कि नाली निर्माण की प्रक्कलित धनराशि कितनी है। वन विभाग के क्रियाकलाप की बात करें तो ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग अपनी आवश्यकता के लिए बालू , पत्थर लाते हैं तो वन विभाग के अधिकारी पकड़ कर मोटी रकम वसूलते हैं या गाड़ी को सीज कर देते हैं। इस नाली निर्माण में सैकड़ों ट्राली बालू ,
पत्थर लग रहा है और वन विभाग पूरी तरह से मौन है। वन विभाग कैसे मौन है अंदाजा लगाया जा सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि जैसे-जैसे काम होता जाता है वैसे- वैसे बालू और पत्थर की पूर्ति की जाती है , जिससे वन विभाग से पूछने पर कह सके कि मौके पर बालू बोल्डर नहीं मिला । इस बाबत बभनी रेंजर से बात करने पर एक सप्ताह टाल मटोल कर रहे है आज सम्पर्क किया गया तो ड्राइवर नही होने का बहाना बताया गया इससे साफ जाहिर होता है कि वन विभाग के अधिकारी के मीली भगत से अवैध खनन कर कार्य किया जा रहा है