बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
बभनी। सेवाकुंज आश्रम व प्राथमिक विद्यालय से सभा संबोधन कर लौट रही थीं और अगले संबोधन के लिए कस्तूरबा विद्यालय बभनी जा रही थीं। तभी बीच रास्ते में ही बभनी थाने के पास तेज प्यास लग गई थी और उन्होंने अपना प्रोटोकाल तोड़ते हुए अपनी गाड़ी रोक दी और दुकान से पानी खरीद कर पीं। दुकानदार से बात करने पर उसने कहा कि हम धन्य हो गए कि मेरी छोटी सी दुकान पर राज्यपाल ने पानी पीया।