पहाड़ी ग्रामीण अंचल चिरुई में पेयजल की बनी समस्या

भीषण गर्मी से सरकारी गैर-सरकारी हैण्डपम्प जल कुपो ने छोड़ा साथ

टैंकर पानी का नहीं चला पता

(मोहन गुप्ता)

गुरमा (सोनभद्र)। नगवां विकास खण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत अति नक्सल प्रभावित पहाड़ी चिरुई ग्राम सभा इस भीषण गर्मी से जहां आम जनजीवन के साथ पशु, पक्षी भी पीने के पानी के लिए एक विकट समस्या उत्पन्न हो गई है। उक्त सम्बन्ध में स्थानीय मोहन पाण्डेय, सदानंद जायसवाल, रबिन्दु चन्द्रवंशी, अचेत चेरो, दीनदयाल यादव ने बताया कि चिरुई ग्राम सभा श्यामा प्रसाद मुखर्जी गांव का दर्जा प्राप्त होने के साथ जो पांच टोलो मे चार हजार की आवादी वाला गांव हैं। इस भीषण गर्मी में पीने के पानी के ग्रामीण तरस रहे है जहां सरकारी

गैर-सरकारी हैण्ड पम्पो के साथ नदी, नाले, ताल-तलैया, कुआं भी साथ छोड़ दिया है। ऐसी स्थिति में सरकारी पानी टैंकर भी देखने को लोग तरह गये है। इसी क्रम में ग्रामीणों ने आगे बताया कि यहां की निजाम खराब हाथों में चली गई है। ग्राम प्रधान राजेंद्र गौड़ न अपने पास मोबाइल फोन नहीं रखते,और न ही गांव में दर्शन देते हैं। उनका लड़का राजेंद्र गौड़ प्रधान की भुमिका निभाते हुए प्रधान का मुहर लिए घुमता है। पानी समस्या से लेकर ग्राम सभा की किसी भी समस्या की बात कही जाती है तो कहता है कि कोरोनावायरस के कारण उपर के अधिकारी कोई बात नहीं सुनते है। वहीं भीषण गर्मी में पानी निजात के लिए टैंकर का पता नहीं लेकिन खाना पुर्ती के लिए हफ्ते में एकाक बार दिख जाता है। उक्त सम्बन्ध में ग्रामीणों ने कहा कि जिलाधिकारी का ध्यान अपेक्षित है।

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