बीजपुर (सोनभद्र)। जनपद में घोटाले का जिन्न पीछा नही छोड़ रहा। कहीं बेंच घोटाला, शौचालय घोटाला, सामग्री घोटाला, खनन घोटाला , सम्पर्क सड़क घोटाला, डस्टबिन घोटाला, चारो तरफ घोटाला ही घोटाला है। योगी सरकार में विकास के नाम पर पानी की तरह धन बहाया जा रहा है। बावजूद घोटाले
बाज तरह तरह के हथकंडे अपना कर सरकारी धन का बंदर बाँट करने में लगे हुए हैं। ताजा मामला म्योरपुर ब्लाक के जरहा न्याय पंचायत स्थित लीलाडेवा गाँव मे आया है। यहां पिछले पंचवर्षीय योजना में बनाएं गए सैकड़ों शौचालयों में दरवाजा खिड़की सहित घटिया सामग्री लगा दिए गए तो शौचालय के पीछे गढ्ढा तक नही बनाया गया। इतना ही नही
पानी निकासी के लिए पाइप आदि का इंतजाम न होने से गाँव की महिलाओं को शौच के लिए जंगलो में बाहर जाना पड़ रहा है। मजेदार बात तो यह है कि ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा ओडीएफ घोषित करा कर सरकार से वाहवाही तो ली गयी लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि आधे अधूरे शौचालय का उपयोग ग्रामीण एक दिन भी नही कर पाए। गाँव के बईर टोला की सुमित्रा देवी पत्नी भगवती प्रसाद ,मीरादेवी पत्नी शीतल प्रसाद, श्रीमती पत्नी रामसुंदर, दशमती, सुकवरिया, लालती, तेजबली, दशरथ, अरुण सहित अनेक का आरोप है कि तत्कालीन ग्राम प्रधान और सचिव ने तीन चार हजार में दीवाल खड़ी कर घटिया किस्म का दरवाजा लगा कर शौचालय निर्माण का खाना पूर्ति कर छोड़ दिया । जब कि शौचालय के पीछे न गढ्ढा बनाया गया और नहीं कमोड में पाइप लगाई गई।महिलाओं का आरोप है कि गुणवक्ता विहीन सामग्री लगा कर धन का बंदर बाँट कर लेने से गाँव मे अधिकतर शौचालय उपयोग लायक नही है। गौरतलब हो कि जरहा ग्राम पंचायत में पिछले पंचवर्षीय कार्यकाल के दौरान लाखों रुपये का शौचालय घोटाला में सचिव और प्रधान पर जब मुकदमा दर्ज हुआ तब जरहा गाँव सुर्खियों में आया था । अब ओडीएफ गाँव बीजपुर , नेमना, सिरसोती,डोडहर , रजमिलान, महुली, पिंडारी, झीलों, खम्हरिया, महरिकला, इंजानी, लीलाडेवा का नाम आते ही सम्भ्रांत जनों ने जिलाधिकारी से निष्पक्ष जाँच और घोटालेबाजो पर ठोस करवाई की मांग की है। इस बाबत खण्ड विकास अधिकारी म्योरपुर नीरज तिवारी ने कहा कि शिकायत है तो जाँच करा कर दोषियों पर कारवाई की जाएगी।