‘मुठ्ठी भर मुस्कान’, ‘गरम पहाड़ पर नंगे पाँव’ एवं ‘थाती’ का हुआ विमोचन

साहित्यकारों को गोष्ठियों के लिए एक भवन दूंगा: राम शकल

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव) । नगर पालिका परिषद का निराला सभागार रविवार को साहित्यकारों , पत्रकारों और कवियों से गुलज़ार था । रविवार को पारसनाथ मिश्र की कृति ‘मुट्ठी भर मुस्कान’ स्वर्गीय सूरज धीरा की किताब ‘गरम पहाड़ पर नंगे पाँव’ और स्वर्गीय दयाराम पाण्डेय रचित काव्य संकलन ‘थाती’ का समारोह

पूर्वक विमोचन हुआ । इस दौरान चंदौली के जनकवि शिवदास जी को स्वर्गीय दयाराम पाण्डेय स्मृति सम्मान प्रदान किया गया । राज्य सभा सदस्य रामशकल ने रामनाथ शिवेंद्र के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए साहित्यकारों की गोष्ठियों के लिए एक भवन बनवाने का वायदा किया । भूमि के लिए नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार जायसवाल से उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया गया जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया । अध्यक्षता कर रहे प्रख्यात साहित्यकार अजय शेखर के

आग्रह पर सदर विधायक भूपेश चौबे ने भी भवन निर्माण में सहयोग देने की मौन स्वीकृति प्रदान की । विमोचन समारोह को हरिराम द्विवेदी , डॉ प्रमोद पाण्डेय , डॉ गोपाल सिंह, पारसनाथ मिश्र , जगदीश पंथी , नरेंद्र नीरव , डॉ लखन राम जंगली ,शिवदास जी , रामनाथ शिवेंद्र , भूपेश चौबे विधायक सदर , राज्य सभा सदस्य रामशकल , अध्यक्षता कर रहे साहित्यकार अजयशेखर समेत अन्य लोगों ने संबोधित किया । संचालन पत्रकार व शिक्षक भोलानाथ मिश्र ने किया ।
प्रथम सत्र में सोन साहित्य संगम के संयोजक एवं कवि

साहित्यकार राकेश शरण मिश्र समेत दिलीप सिंह दीपक , सुनील चौचक , दयानंद दयालु , अशोक तिवारी , विकाश वर्मा , अमरनाथ अजेय , ईश्वर विरागी , प्रदुम्मन कुमार त्रिपाठी , कौशल्या देवी , दिवाकर द्विवेदी मेघ विजयगढ़ी , अब्दुल हई , सरोज कुमार सिंह , प्रभात सिंह चंदेल , रामनरेश पाल आदि साहित्य मनीषी मुख्य रूप से उपस्थित रहें।
वाणी वंदना गीतकार ईश्वर विरागी और स्वागत भाषण राष्ट्रीय संचेतना समिति सोनभद्र के अध्यक्ष रमेशदेव पाण्डेय एडवोट ने दिया । जगदीश पंथी ने आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच माल्यार्पण से हुआ । दूसरे सत्र में कवि गोष्ठी में दर्जनों कवियों ने अपनी रचनाओं से लोगों को अभिभूत कर दिया । कवि गोष्ठी का सफल संचालन कवि अशोक तिवारी ने किया ।

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