प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रतिदिन चले ओपीडी: दिनकर कपूर

सोनभद्र(चन्द्र कांत मिश्रा/सर्वेश कुमार)। जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आम तौर पर ओपीडी ठप रहती है, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी जरूरत से बेहद कम चिकित्सक तैनात हैं। हालत यह है कि जनपद के 8 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में से किसी में भी महिला रोग विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। जनपद में अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों की भी भारी कमी है। इतना ही नहीं पैरा मेडिकल स्टाफ की भी कमी है और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अमूमन अल्ट्रासाउंड, एक्सरे जैसी महत्वपूर्ण जांच की सुविधाएं नहीं हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र महज जनपद अस्पताल में

मरीजों को रेफर करने के केन्द्र बने हुए हैं। जनपद में आयुष अस्पतालों का भी बुरा हाल है। स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़े बड़े दावे कर रही है लेकिन इन दावों के बरक्स जमीनी हकीकत एकदम विपरीत है। हाल यह है कि प्रदेश में 18 हजार से ज्यादा चिकित्सकों के स्वीकृत पदों में भी कई हजार चिकित्सकों के पद अभी तक रिक्त पड़े हुए हैं। इन रिक्तियों का सर्वाधिक खामियाजा सोनभद्र जैसे अति पिछड़े इलाकों के लोगों भुगतना पड़ता है क्योंकि चिकित्सक इस पिछड़े जनपद में आने के लिए आम तौर पर तैयार नहीं होते हैं। उक्त बातें म्योरपुर, बभनी व दुद्धी क्षेत्र का दौरा करने के बाद शनिवार को आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट उत्तर प्रदेश के संगठन महासचिव दिनकर कपूर ने कहीं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी ठप होने के बाबत सीएमओ सोनभद्र से सेलफोन से वार्ता में उन्होंने बताया कि अधिकांश प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों को नियुक्त/अटैच किया गया है, ओपीडी ठप होने की जानकारी उन्हें नहीं है। इस संबंध में मिली शिकायत के मद्देनजर कार्यवाही की जायेगी और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सुचारू संचालन सुनिश्चित किया जायेगा। सीएमओ ने यह भी कहा कि कुदरी के नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जल्द चिकित्सक की नियुक्ति कर दिया जायेगा।

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