विश्वविद्यालय स्थापित कराने हेतु युवाओं ने मुहिम की तेज

टीम 50 की मांग, सोनभद्र में स्थापित हो विश्वविद्यालय

सोनभद्र(चन्द्र कांत मिश्रा/सर्वेश श्रीवास्तव)। शासन द्वारा स्वीकृत विंध्याचल मंडल में विश्वविद्यालय स्थापना को लेकर सोनभद्र के युवाओं ने जनपद सोनभद्र में राज्य विश्वविद्यालय खोले जाने के लिए मुहिम को तेज कर दिया है। कई दिनों से पत्राचार करने के साथ अब मुहिम को आगे बढ़ाते हुए नए सिरे से अभियान सोशल मीडिया पर शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सोनांचल स्थित टीम 50 से जुड़े युवा कार्यकर्ता विंध्याचल मंडलायुक्त को ज्ञापन देने के बाद फेसबुक ट्विटर पर सोनभद्र को राज्य विश्वविद्याल देने की मांग करते नहीं थक रहे है। टीम 50 के इस मुहिम को सोशल मीडिया पर हर वर्ग के लोगों का सहयोग और समर्थन मिल

रहा है। टीम50 के कार्यकर्ता नीतीश कुमार चतुर्वेदी ने हैज टैग के साथ ‘सोनभद्र को विश्वविद्यालय दो’ स्लोगन के साथ टि्वटर पर अभियान तेज कर दिया है। उनके इस अभियान को जनपद के युवाओं के साथ ही वरिष्ठ नागरिकों,साहित्यकारों और व्यापारियों द्वारा सराहा भी जा रहा है। वही टीम 50 के राम अनुज धर द्विवेदी, सनातनी दीपक पंडित, सुनील आदिवासी, अनुराग पांडेय, लोकेश उपाध्याय, चंदन महादेव, सूरज प्रसाद चौबे, करुणा त्रिपाठी आदि युवा लगातार उनके फेसबुक और ट्विटर पर ट्वीट कर विश्वविद्यालय सोनभद्र में स्थापित करने के लिए सक्रियता से लगे हुए हैं। इस मुहिम को धार देने में डाला नव निर्माण सेना के संरक्षक एवं ओबरा पीजी कालेज के

पूर्व महामंत्री अनिकेत श्रीवास्तव भी जुट गए हैं। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश का सबसे आखिरी जनपद जो चार राज्यों से घिरा है। ऐसे में राज्य विश्वविद्यालय जनपद सोनभद्र में बनेगा तो सीमावर्ती राज्यों के भी लोगों को उच्च शिक्षा से जुड़कर मुख्य धारा से जुड़ने का अवसर मिलेगा। अंशु पटेल, श्रीकांत पांडेय, प्रशांत पाल सहित सैकड़ों छात्र इस मुहिम को अपने भविष्य के रूप में देख रहे है। सामाजिक कार्यकर्ता एवं

आदिवासियों के हक के लिए कई वर्षों से संघर्षरत अंकुश दुबे भी सोनभद्र में राज्य विश्वविद्यालय की मांग को लेकर लोगों का समर्थन प्राप्त करने में जुट गए हैं। उनका कहना है कि सोनभद्र आदिवासी बाहुल्य जनपद है जहां बहुतायत जनसंख्या आदिवासी गिरिवासी निवास करती है, जिनके पास आजीविका का मात्र एक साधन मजदूरी है। ऐसी स्थिति में अपने बच्चों की उच्च स्तरीय पढ़ाई के लिए उनका सोचना भी चांद पर जाने के बराबर है। उन्होंने कहा है कि यदि शासन द्वारा विंध्याचल मंडल में स्वीकृत राज्य विश्वविद्यालय सोनभद्र

में स्थापित हो जाए तो आदिवासियों के बच्चों के भविष्य उच्च शिक्षा से जुड़कर संवर जाएंगे। उनके इस मुहिम में शिवानन्द यादव, ज्योति प्रकाश दुबे, दया सागर दुबे, शक्ति आनन्द कनौजिया, विनोद शर्मा, हरिनाथ खरवार, शिवलाल, मनोज, जनेश्वर दुबे समेत क्षेत्रीय लोग जुड़कर उन्हें अपना सम्बल प्रदान कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता मनीष देव, विवेक देव, सुनील पांडेय,अतुल पाल, ऋतिक चतुर्वेदी,उत्कर्ष पांडेय,अनूप कुमार मिश्रा राज्य विश्वविद्यालय सोनभद्र में बनाए जाने को लेकर जनसंपर्क अभियान चलाते हुए लोगों को जागरूक करने में लगे हुए हैं। इन सभी लोगों का मानना है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को इस जनपद ने चारों विधानसभा क्षेत्रों की सीटों पर भाजपा के जनप्रतिनिधियों को इसी उम्मीद के साथ जिताया है कि उन्हें सोनांचल के युवाओं के भविष्य को विकसित करने में उनका सहयोग प्राप्त होगा। सब मिलाकर अब यह देखना है कि सोनभद्र के युवाओं को राज्य विश्व विद्यालय स्थापित करा पाने में कहां तक शासन प्रशासन और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त हो पाता है और वह अपने इस पुनीत मकसद में कहां तक सफल हो पाते हैं।

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