पत्रकार सत्यदेव के आवास में बलात कब्जे की निंदनीय घटना

चोपन के पत्रकार के आवास का ताला तोड़ घरेलू सामान उठा ले गए रेलवे कर्मियों के विरुद्ध हो कार्रवाई

सोनभद्र। पत्रकारिता धर्म का निष्पक्ष और निर्भीक तरीके से निर्वहन करने वाले कलम के सिपाहियों का उत्पीड़न रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। अभी बोर्ड परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले में बलिया के पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा कायम कर उन्हें जेल भेजने का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि जनपद सोनभद्र के चोपन निवासी पत्रकार सत्यदेव पांडेय के रेलवे कॉलोनी स्थित आवास में रेलवे के अधिकारी और आरपीएफ के जवानों द्वारा उनकी अनुपस्थिति में बिना किसी पूर्व सूचना के आवास में बंद ताले को तोड़ उसमें रखे घरेलू सामग्री को उठा ले जाया गया। श्री पांडेय का कहना है कि बहुत पहले उन्होंने उक्त आवास वैधानिक तरीके से आवंटित करा कर रेंट पर ले रखा था। ऐसे में रेलवे द्वारा बिना किसी सूचना के घर का ताला तोड़ सामान उठा ले जाना अपराध की श्रेणी में आता है। श्री पांडेय का आरोप है कि कुछ दिनों पूर्व उन्हें रेलवे में भ्रष्टाचार संबंधी एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिस के संदर्भ में उन्होंने संबंधित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया था। इसी प्रतिशोध में उन्होंने उनके विरुद्ध उपरोक्त असंवैधानिक कार्रवाई कर उनका उत्पीड़न किया है। पत्रकार श्री पांडेय ने मामले की सूचना चोपन थाने में देकर आवश्यक कार्रवाई की गुजारिश की है। उधर मामले की जानकारी मिलने पर मीडिया फोरम आफ इंडिया न्यास के जिलाध्यक्ष ने घटना की निंदा करते हुए चोपन थानाध्यक्ष से पत्रकार सत्यदेव पांडेय को न्याय दिलाते हुए उनके घर से अवैधानिक तरीके से रेलवे अधिकारियों द्वारा ले जाये गये घरेलू सामान वापस कराने की पुरजोर मांग की है।

Translate »