बलिया के उत्पीड़ित पत्रकारों के पक्ष में पत्रकार लामबंद

पत्रकारों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा

घोरावल-सोनभद्र(रमेश कुमार कुशवाहा)। बलिया जनपद में बोर्ड परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में फर्जी मुकदमे में जेल भेजे जाने वाले तीन वरिष्ठ पत्रकारों के उत्पीड़न का मामला जंगल में लगी आग की तरह पूरे पूर्वांचल में बढ़ता जा रहा है। पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में पत्रकार संगठनों की ओर से धरना प्रदर्शन कर संबंधित अधिकारियों को प्रदेश के महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप कर पत्रकार उत्पीड़न की घटना की निंदा की जा रही है। गुरुवार को जनपद के घोरावल तहसील के वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र कुमार मानव,

अमरेश चंद, विवेक कुमार पांडेय और सर्वेश कुमार श्रीवास्तव के संयुक्त नेतृत्व में दर्जनों पत्रकारों ने ऐतिहासिक धरती बलिया के निर्भीक व निष्पक्ष पत्रकारिता करने वाले उत्पीड़ित पत्रकारों के पक्ष में सड़क पर उतर कर नारेबाजी की और महामहिम राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी घोरावल को सौंपा। ज्ञापन में मीडिया फोरम आफ इंडिया न्यास, ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन और पूर्वांचल प्रेस क्लब, आल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े पत्रकारों द्वारा मांग किया गया है कि बलिया के तीनों पत्रकारों पर प्रशासन द्वारा लगाए गए फर्जी मुकदमे को निरस्त कर उन्हें बिना देर किए जेल से रिहा किया जाए। इसके अतिरिक्त महामहिम से उत्तर प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किए जाने की प्रबल मांग की गई है। साथ ही यह भी अपेक्षा की गई है कि बलिया प्रशासन द्वारा किए गए पत्रकार उत्पीड़न की घटना की किसी सक्षम एजेंसी द्वारा त्वरित जांच करा कर दोषी पाए जाने पर अधिकारियों को दंडित किया जाए। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन तहसील अध्यक्ष अनुराग पांडेय, आलोक पति तिवारी, रामानुज धर द्विवेदी, आशुतोष सिंह पटेल, रमेश कुमार कुशवाहा, रोहित कुमार त्रिपाठी, प्रियांशु कुमार, राजेंद्र कुमार पाठक, जय सिंह, राम्अनुज धर द्विवेदी सहित दर्जनों पत्रकार मौजूद रहे। गौरतलब हो कि इसके पूर्व दुद्धी, विंढमगंज, ओबरा, अनपरा आदि क्षेत्रों में भी प्रदर्शन कर पत्रकारों द्वारा बलिया के पत्रकारों की उत्पीड़न की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौपे जा चुके हैं।

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