पिछड़े, अल्पसंख्यक और दलित वर्ग की उपेक्षा का लगाया आरोप
सत्यदेव पांडे
चोपन-सोनभद्र- बसपा राकेश उपाध्याय ने बताया कि बसपा का इस्तीफा उन्हें नहीं मिला है, हालांकि सोशल मीडिया पर उनके द्वारा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को संबोधित इस्तीफा सौंपे जाने की जानकारी है। बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा वर्तमान ओबरा विधानसभा संयोजक राकेश उपाध्याय ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। संयोजक के इस्तीफे का पत्र कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बसपा जिलाध्यक्ष को सौंपे इस्तीफा पत्र में संयोजक ने इस्तीफा देने की वजह पार्टी द्वारा पिछड़े, अल्पसंख्यक, मुस्लिम, दलित वर्ग की उपेक्षा होना बताया है। पत्र में बसपा ने लिखा है कि वह तीन वर्षों से पार्टी से जुड़कर पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे थे। वर्तमान समय में मुस्मिल, अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़े, अति पिछड़े, बुनकर और सामान्य वर्ग के लोगों की पार्टी में उपेक्षा की जा रही है। पार्टी में रहकर ऐसे जनमानस की आवाज उठाना उनके लिए कठिन हो रहा था जिसके चलते मजबूरन उन्होंने मंगलवार को बसपा की प्राथमिकी सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। पार्टी छोड़ने वाले लोगों में अमन कुमार भारती, सतीश पांडे, मनोज, राकेश, राहुल दुबे, नागेंद्र, आशुतोष दुबे, दिलीप, आशीष गुप्ता, विक्की बबलू समेत सैकड़ों लोग बसपा पार्टी छोड़े।
इस संबंध में बसपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि तैयब पालकी का इस्तीफा उन्हें नहीं मिला है, हालांकि सोशल मीडिया पर उनके द्वारा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को संबोधित इस्तीफा सौंपे जाने की जानकारी है।