रमेश कुमार कुशवाहा/ मनोज मौर्या
घोरावल(सोनभद्र)- घोरावल विकासखंड विगत पूर्व पंचवर्षीय से भ्रष्टाचार के मामले में प्रदेश स्तर पर सुर्खियों में रहा है परंतु आज घोरावल विकासखंड पर कुछ और ही नजारा देखने को मिला। यहां पूर्व प्रधानों का समूह ही पीड़ित अवस्था में दिखाई दिऐ इस बाबत कुछ प्रधानों से हमारी बात हुई तो उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त की। पूर्व प्रधान अध्यक्ष श्याम बिहारी यादव ने बताया कि हम लोगों की हालत सांप छछूंदर की तरह हो गई
है जिसका जिम्मेदार पूरा पंचायत राज विभाग है। श्री यादव ने बताया कि हम लोगों के कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी जो कार्य पूरे नहीं हुए थे उसको प्रशासनिक कोड़े मारकर जबरिया हम लोगों से कराया गया और आज तक उसका कोई भुगतान नहीं किया गया और नवागत प्रधानों को धन देकर नया कार्य कराया जा रहा है। इस संबंध में पूर्व सूचना के अनुसार पूर्व प्रधानों के द्वारा ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों के बकाया भुगतान के संबंध में बैठक बुलाई गई जिसमें पूर्व प्रधानों के द्वारा कराए गए कार्यों के भुगतान पर चर्चा हुई।
जिसमें पिछले 1 साल से 08/10/2021, 06/01/2022, 23/03/2022 को कार्यालय में जाकर पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया एवं पूर्व में 08/10 2021 को पत्राचार के माध्यम से स्पीड पोस्ट के द्वारा अवगत कराते हुए कई बार उच्चाधिकारियों से मुलाकात भी की गई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। प्रशासन के ढुलमुल रवैये को देखते हुए आज पूर्व प्रधानों ने यह निर्णय लेते हुए घोरावल विकासखंड के सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) चंद्रदेव पांडे को ज्ञापन देते हुए चेतावनी दी कि अगर 15 दिन के अंदर भुगतान नहीं किया गया तो हम लोग ब्लॉक परिसर में तालाबंदी करेंगे
और धरने पर बैठ जाएंगे। वहीं कुछ प्रधानों ने बताया कि जहां कोरोना काल में लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं वही गांव के गरीब मजदूरों का भुगतान न होने से गरीब मजदूर काफी परेशान हैं और सुबह होते ही मजदूरी लेने हम लोगों के घर पर चले आते हैं कुछ लोग तो गाली-गलौज करने पर भी उतारू हो जाते हैं जिसकी वजह से हम लोगों को काफी मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में विकासखंड घोरावल के सहायक विकास अधिकारी चंद्र देव पांडे से बात की तो उन्होंने बताया कि हम 15 दिन के अंदर भुगतान कराने का प्रयास करेंगे। इस मौके पर ग्राम पंचायत मुड़िलाडीह के पूर्व प्रधान सर्वेश पाठक, ग्राम पंचायत खजुरौल के पूर्व प्रधान रविशंकर सिंह, धनावल के पूर्व प्रधान अरविंद निषाद, ओडहथा पूर्व ग्राम प्रधान भोलासिंह पटेल घोरावल ब्लाक के तमाम पूर्व प्रधान मौजूद थे।