जिला कारागार में रह रहे मासूम बच्चों के व्यक्तित्व, समग्र के विकास की नई पहल

जेल की ऊंची ऊंची चारदीवारी के बाहर की देखी दुनिया।

गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)- जिला कारागार बुलन्दशहर अपने निरुद्ध महिला पुरुष बंदियों एवं बच्चों के चहुंमुखी विकास को लेकर आये दिन कारागार प्रशासन नयी नयी पहल की शुरुआत कर सुर्खियों में रहा इसी क्रम में जिला कारागार अधीक्षक मिजाजी लाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि महिला बंदियों के साथ रह रहे 6 वर्ष से कम उम्र के बेगुनाह मासुम बच्चों ने जेल की चारदीवारी के बाहर की दुनिया नहीं देखी उनके लिए

बाजार चिल्ड्रेन पार्क , विभिन्न प्रकार की गाड़ियां,झुले इत्यादि उनके लिए अजूबे ही है। इस तरह की जिन्दगी उनके भविष्य उनकी मानसिकता वैचारिक एवं व्यक्तित्व के समग्र विकास में रोड़ा न बने तथा वह भी जेल के बाहर आने पर समाज के साथ घुल-मिल सके और वे अपना भविष्य उज्जवल कर सके।
इसी उद्देश्य से उन्हें जेल के बाहर ‌खुली दुनिया दिखाने के लिए स्थानीय चिल्ड्रेन पार्क की सैर करा कर नयी पहल की शुरुआत

करायी गई है। उन्हें किसी तरह की खतरा हानी न हो इसका विशेष ध्यान दिया गया है।बच्चों ने विभिन्न प्रकार के अनेकानेक झुलो का आनंद लिया। तरह-तरह के खेल खिलौने के साथ सवारियां भी किया।बच्चों को खुशी से उछलते कूदते खेलते देख कर सभी की आंखें भर आईं। इस अनोखे भ्रमण कार्यक्रम की सम्पुर्ण व्यवस्था आवागमन से लेकर खान-पान रोटरी क्लब फ्रेड्स बुलन्दशहर के सौजन्य से किया गया। उक्त अवसर पर रोटरी क्लब के राजेश गुप्ता डब्बू मित्तल कपिल गोयल, विशाल रस्तोगी,देव शर्मा, इत्यादि सुरक्षा प्रहरी समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस नेक नूतन व अप्रतिम प्रयोग के सहभागी बने।

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