शीर्ष प्रबन्धन द्वारा भय का वातावरण बनाकर लगातार की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के विरोध में इंजीनियर हुये लामबंद

सोनभद्र।शीर्ष प्रबन्धन द्वारा भय का वातावरण बनाकर लगातार की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के विरोध में अनपरा परियोजना पर अभियन्ता संघ एवं रा०वि०प० जूनियर इंजीनियर्स संगठन द्वारा सामूहिक रूप से आज दूसरे दिन भी भी किया विरोध प्रदर्शन

ऊर्जा प्रबंधन द्वारा की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों के विरोध में सविनय अवज्ञा आंदोलन के साथ अभियंता संघ एवं जूनियर इंजीनियर्स संगठन द्वारा संयुक्त रुप से विरोध सभा अनपरा तापीय परियोजना के मुख्य द्वार पर शाम 4:00 बजे से 5:00 बजे तक किया गया।
विगत कई वर्षों से इस भ्रष्टाचार में लिप्त उच्च प्रबंधन के इस भ्रष्टाचार का विरोध जूनियर इंजीनियर संगठन एवं अभियंता संघ ने मिलकर पुरजोर विरोध किया उक्त कार्यक्रम मे परियोजना मुख्य द्वार पर उच्च प्रबंधन स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार एवं संयुक्त संघर्ष समिति के घटक संघो द्वारा भी प्रतिभाग कर कार्यक्रम को प्रबल समर्थन देने की कटिबद्धता एवं सहमति प्रदान की गई है। अनपरा तापीय परियोजना के मुख्य गेट पर आक्रोशित जूनियर इंजीनियर संगठन के सदस्य एवं अभियंता संघ के सदस्यों ने उच्च प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की एवं पदाधिकारियों नेताओं ने उनके खिलाफ अपनी-अपनी अभिव्यक्ति भी व्यक्त की l संगठन के अभियंताओं ने प्रबंधन एवं प्रशासन को चेताया कि हम अपनी लड़ाई लोकतांत्रिक तरीके से लड़ रहे हैं यदि हमारे लोकतांत्रिक आंदोलन का दमन करने का प्रयास भी किया गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे l
बताते चलें कि ऊर्जा निगमों में प्रबंधन स्तर पर फैले भ्रष्टाचार एवं निचले स्तर पर उत्पन्न किये जा रहे भय के वातावरण, ईआरपी, बिजली खरीद में किये गये भ्रष्टाचार पर कार्यवाही न किये जाने, विगत वर्ष जन्माष्टमी पर लाखों उपभोक्ताओं की विद्युत आपूर्ति ठप्प करने की दोषी निजी कम्पनी के विरूद्ध कार्यवाही, विगत में मनमाने तरीके से किये गये नियम विरूद्ध उत्पीड़नात्मक ऊर्जा निगमों के अभियंता और जूनियर इंजीनियर उद्वेलित है तथा सकारात्मक कार्यवाही की मांग करते हुए दोनों संगठनों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही प्रतिगामी निर्देशों के द्वारा प्रदेश को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने वाले विद्युत उत्पादन गृहों को प्रबन्धन द्वारा ठप्प किये जाने की साजिश, ऊर्जा निगमों में संसाधनों की भारी कमी,
25 जनवरी 2000 को माननीय मंत्रिगण की समिति के साथ हुए समझौते का प्रबंधन द्वारा उल्लंघन, ऊर्जा प्रबन्धन द्वारा मनमानी और तानाशाहीपूर्ण तरीके से एकतरफा निर्णय कर कर्मचारी सेवा नियमावली में प्रतिगामी परिवर्तन, जिससे कर्मचारियों के सेवा शर्तां पर विपरीत प्रभाव पड़ा है, के विरोध में 15 मार्च से प्रदेश के समस्त बिजली अभियन्ता एवं जूनियर इंजीनियर संगठन प्रबन्धन के साथ पूर्ण असहयोग/सविनय अवज्ञा प्रारम्भ कर देगें और शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन के किसी भी आदेश का पालन नहीं करेंगे। सभी परियोजनाओं एवं लखनऊ मुख्यालय पर प्रबंधन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए विरोध सभाएं की की जा रही है l विरोध सभाओं में अभियंताओं ने ऊर्जा विभाग के इंटरप्रेन्योर रिसोर्स प्लानर मामले की सीबीआई जांच कराने की आवाज बुलंद की एवं आरोप लगाया गया कि इसमें अरबों रुपयों का घोटाला हुआ है जिस पर प्रबंधक पर्दा डालने पर लगा हुआ है l
आज के विरोध कार्यक्रम में अभियंता संघ की तरफ से इं अभिषेक बरनवाल,इं इंजीनियर राकेश सचान इंजीनियर अखिलेश वैश्य इंजीनियर राजीव कुमार इंजीनियर नरेंद्र कुमार इंजीनियर महेंद्र कुमार इंजीनियर श्याम जी श्रीवास्तव इंजीनियर इंजीनियर अमित सिंह गजानन श्रीवास्तव, इं अभिषेक त्रिपाठी, इं० विनोद कुमार तथा जूनियर इंजीनियर संगठन से इं सचिन राज, इं सत्यम यादव, इं आशुतोष द्विवेदी, धर्मेंद्र सिंह , केंद्रीय महासचिव अनूप कुमार वर्मा, सचिन कनौजिया, इंजीनियर दीपक त्रिपाठी इंजीनियर लक्ष्मी नारायण इंजीनियर राकेश राजेंद्र जायसवाल इंजीनियर सोनू कुमार संजय बिंद, अनिल यादव ने अपना आक्रोश व्यक्त किया l परियोजना के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन में अभियंता संघ तथा राज्य विद्युत परिषद जूनियर संगठन के सैकड़ों सदस्य उपस्थित उपस्थित रहे।

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