चोपन-सोनभद्र(सत्यदेव पांडेय)। सात चरणों में हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है। छह चरणों का मतदान हो चुका है। सातवे चरण का
मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर होना है, जिसका प्रचार शनिवार शाम छह बजे थम गया। चुनाव प्रचार थमने से पहले तक सभी दलों के प्रत्याशियों ने शनिवार को अपने-अपने क्षेत्रों में रोड शो किया। बाजारों में पहुंचकर प्रचार किया। सभी ने मतदाताओं को साधने का प्रयास किया। दिन भर सड़कों पर प्रत्याशी और उनके समर्थकों की कतार लगी रही। सातवे व
अंतिम चरण में 7 मार्च को जिले की चारो सीटों पर मतदान होना है। लेकिन चुनाव पूरी तरह जातीय समीकरणों पर केंद्रित होता दिख रहा है। जिले में विधानसभा चुनाव के मतदान को अब कुछ ही घंटे बचे हैं, फिर भी सभी प्रत्याशी अपनी पूरी ताकत झोंके हैं। शनिवार को सुबह से प्रचार वाहन सड़कों पर नजर आए तो शाम ढलते ढलते चुनावी शोर शांत हो गया। किसी भी प्रत्याशी के वाहनों को देर शाम के बाद प्रचार करते
नहीं देखा गया। हालांकि अभी भी प्रत्याशी गुपचुप तरीके से लोगों के घरों में पहुंचकर अपने पक्ष में मतदान की अपील कर रहे हैं। वहीं आम मतदाता भी गुणाभाग में जुटा है कि कौन सा प्रत्याशी कैसा है, किससे विकास की उम्मीद की जा सकती है। इस तरह के तमाम विचार विमर्श करने के साथ मतदाता रणनीति बनाने में जुटा हैं। वहीं दूसरी ओर मतदाताओं की
खामोशी और सबको हां-हां करने की प्रवृति से प्रत्याशी भी उहापोह में हैं। दूसरी ओर प्रत्याशियों के कार्यालय पर भी चर्चाओं और चुनावी कवायदे कम नहीं हो रही। प्रत्याशी बूथों के लिए एजेंट की भी तलाश कर रहे हैं कि कौन से बूथ पर उनका कौन सा एजेंट रहेगा। बस्ते पर कौन बैठेगा।