पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
- महाशिवरात्रि के उपलक्ष में 6 लाख श्रद्धालुओं ने किया दर्शन पूजन
- पहली बार गंगा प्रवेश द्वार से जल लेकर बाबा दरबार पहुंचे श्रद्धालु
महाशिवरात्रि के पर्व पर मंगलवार को देश भर से लाखों श्रद्धालु श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। श्री काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद पहला ऐसा मौका था जब श्रद्धालु सीधे गंगा से जल लेकर बाबा का अभिषेक करने गर्भगृह गए। मंगला आरती के पश्चात जैसे ही भोर में 4:00 बजे मंदिर का पट आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया गया वैसे ही हर हर महादेव और ओम नमः शिवाय की गूंज पूरे परिसर में सुनाई देने लगी। लंबी कतारों में कतार बद्ध दर्शनार्थी महादेव के दर्शन के लिए आतुर दिखे। दर्शनार्थी कई घंटों के इंतजार के बाद बाबा के दरबार में जब पहुंचे तो काशी विश्वनाथ धाम की भव्य सजावट और गर्भ गृह के स्वर्ण मंडन का कार्य देखकर अभिभूत हो गए। दूध जल बेलपत्र फूल माला से बाबा का अभिषेक कर सभी श्रद्धालुओं ने मंगल कामना की। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि दोपहर 12:00 बजे तक लगभग ढाई लाख श्रद्धालुओ और रात के 10:00 बजे तक लगभग 5.5 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा का दर्शन कर चुके थे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार बनाए गए थे। इसके साथ ही पेयजल आदि की भी व्यवस्था की गई थी। दर्शनार्थियों को बाबा के दर्शन के लिए कम समय का इंतजार करना पड़े इसके लिए चारों ओर से बैरिकेडिंग कर एक सुगम मार्ग तैयार कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि दर्शनार्थियों को कतार बंद हो4ने के बाद भी बाबा का दर्शन मिलता रहे इसके लिए जगह-जगह बड़ी-बड़ी एलईडी टीवी पर गर्भगृह का सजीव प्रसारण भी किया जा रहा था वहीं रात्रि के समय चार पहर की आरती भी विधि विधान से की गई। इस दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम से लेकर मेडिकल टीम तक की तैनाती मंदिर परिसर में की गई थी।