किशोर न्याय बोर्ड के आदेश से जिला कारागार गुरमा में मचा हड़कंप
सोनभद्र(सर्वेश कुमार)- जिला कारागार से संप्रेक्षण गृह मिर्जापुर में आवासित किए जाने के आदेश के बावजूद जेल अधीक्षक गुरमा द्वारा अभिरक्षा नहीं बदले जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए किशोर न्याय बोर्ड सोनभद्र के प्रधान मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह ने इसे नाबालिक की अवैध अभिरक्षा मानते हुए जेल अधीक्षक कारागार गुरमा को तत्काल तलब किया है। प्रधान मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह के इस आदेश से जिला कारागार में हड़कंप मच गया। गौरतलब हो कि मजिस्ट्रेट द्वारा पूर्व में भी जिलाधिकारी मिर्जापुर से जवाब तलब किया गया था जब चार नाबालिग किशोरों को बिना बोर्ड की अनुमति लिए संप्रेक्षण गृह मिर्जापुर से जिला कारागार गुरमा स्थानांतरित कर दिया गया था। बताते हैं कि उस वक्त प्रधान मजिस्ट्रेट द्वारा जिलाधिकारी मिर्जापुर के आदेश का संज्ञान लेते हुए आदेश निरस्त करते हुए नाबालिक किशोरों को वापस मिर्जापुर संप्रेक्षण गृह भेजा गया। जानकारी के अनुसार जेल अधीक्षक किशोर की अभिरक्षा नहीं बदले जाने के संबंध में स्पष्ट कारण नहीं बता पाते हैं तो बोर्ड द्वारा विधिक कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी।