सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा” का नारा बुलंद करने वाले सुभाष चंद्र बोस आज हम सभी लोगों के दिलों में बसते है उक्त वाक्यांश जिला अध्यक्ष अशोक कुमार श्रीवास्तव के है जो अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा मनाए जा रहे जयंती समारोह में उपस्थित चित्राशों के बीच अपने उदगार व्यक्त कर रहे थे। सोनभद्र के दीनदयाल नगर स्थित जिला अध्यक्ष के आवास पर नेताजी
सुभाष चंद्र बोस की जयंती समारोह मनाई गयी कार्यक्रम के प्रारंभ में जिला अध्यक्ष अशोक कुमार श्रीवास्तव व युवा कायस्थ महासभा के जिला अध्यक्ष रूद्रेश श्रीवास्तव ने नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलित करने के पश्चात सभी सदस्यों ने नेताजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की देशभक्ति ने उन्हें भारतीय इतिहास के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक बना दिया, सुभाष चंद्र बोस एक क्रांतिकारी नेता थे वह किसी भी कीमत पर अंग्रेजों से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करना चाहते थे उनका
एकमात्र लक्ष्य था कि भारत को आजाद कराया जाए। नेताजी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए प्रवक्ता प्रभाकर श्रीवास्तव ने कहा कि अंग्रेजों की गुलामी की वजह से भारतीय सिविल सेवा की नौकरी नेता जी ने छोड़ दी कि वह अंग्रेजों के साथ काम नहीं कर सकते थे वे किसी भी कीमत पर अंग्रेजों से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करना चाहते थे सुभाष चंद्र बोस देश के प्रथम आईसीएस जो (अब आईएएस) थे। देश की आजादी के लिए सिविल सेवा से त्यागपत्र दे दिया था ऐसे वीर महान क्रांतिकारी हमारे नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में शिव नारायण लाल श्रीवास्तव, संतोष कुमार श्रीवास्तव थे, अंत में सभी का आभार व्यक्त करते हुए महामंत्री अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस जी के 125वीं जयंती केंद्र सरकार इसे पूरे देश में पराक्रम दिवस के रूप में मना रही है नेताजी की जीवनी और कठोर त्याग आज के युवाओं के लिए बेहद प्रेरणा दायक है। समारोह कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुनील कुमार श्रीवास्तव, ऋषभ श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, अजय कुमार श्रीवास्तव, संतोष कुमार श्रीवास्तव, विक्की श्रीवास्तव सहित चित्रांश बंधु उपस्थित रहे।