बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
बभनी में प्रेसवार्ता के दौरान कहा अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष
बभनी। अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष गणेश राम भगत ने बुधवार को पत्रकारों से वार्ता कर जनजातीय लोगों के धर्मांतरण पर चर्चा किया। कहा ईसाई के धर्म को अपनाने वाले जनजातियों को आरक्षण के श्रेणी से अलग किया जायेगा धर्मांतरण करने वाले दोहरा लाभ नही ले सकते। बुधवार को अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष गणेश राम भगत ने जनजाति सुरक्षा मंच के तहत पूरे देश में भ्रमण कर जागरूक करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वनवासी, जनजातीय की संस्कृति, परंपरा पुरातन काल से चलती आ रही है। कुछ वनवासी भाई अपने रास्ते से भटककर दूसरे धर्म को अपना रहे हैं कहा संस्कृति परंपरा को टिकाये रखने का काम है। इसके लिए वनवासी कल्याण आश्रम पूरी तरह से लगा हुआ है। श्री भगत ने कहा कि वनों मे रहने वाले जनजाति लोग लाभ लेकर धर्मांतरण का काम कर रहे हैं, यह चिंता का विषय है। धर्मांतरण का काम भी रुकना चाहिए। इसलिए कि धर्मांतरण करने वाले लोग शासन से प्राप्त होने वाली सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। एक तरफ़ धर्मांतरण करके तोड़ने का काम कर रहा है वहीं वे लोग दोहरी लाभ उठा रहे है। पूरे देश में धर्मांतरण के लोग हैं ये जनजाति नहीं है धर्मांतरण होने के बाद उनका हर कुछ बदल जाता है। कहा कि धर्मांतरण करने वालों को पूरे देश के अंदर जनजाति की सूची से अलग किया जाय। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बिहार प्रांत के चंपारण क्षेत्र में आये संमेलन मे हजारों की संख्या में लोग रहे। पूरे देश में भ्रमण कर रहा हूं बनारस गोरखपुर होते हुए सोनभद्र पहुंच गया और सेवाकुंज आश्रम में प्रांत सह संगठन मंत्री आनंद से मुलाकात कर वनवासी बच्चों से मिला। साथ में जनजातीय सुरक्षा मंच के कार्य कर्ता रहे 40 लोगों की पुरुष और महिलाओं की टोली रही।