म्योरपुर/पंकज सिंह
म्योरपुर विकास खण्ड के गोविन्दपुर रेशम विभाग द्वारा किसानों में आजिविका बढाने के उद्देश्य से क्षेत्र के उन्नतशील रेशम किसानों का एक दिवसीय किसान संगोष्ठी का आयोजन बनवासी सेवा आश्रम के विचित्रासभा कक्ष में किया गया। जिसमें सोनभद्र के विभिन्न गांवों के कुल 225 किसान मुनगाडीह, चैनपुर, देवरी, मुर्धवा, रजनी बेलहत्थी, जोगीडीह, मलदेवा , गरदरवा, बोकराखाड़ी आदि गांवों के रेशम की खेती से जुड़े किसान शामिल हुए। इस संगोष्ठी में किसानों को रेशम की खेती की उन्नत किस्म, तरीको, पशुपालन की जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय रेशम बोर्ड के वैज्ञानिक श्री रामलखन जी, पशु चिकित्सा अधिकारी म्योरपुर डा. विवेक कुमार सरोज जी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षीय संबोधन में सुश्री शुभा बहन ने रेशम की खेती से आजिविका बढाई जा सकती है। लेकिन इस खेती में प्रदुषण एक बड़ी समस्या बना हुआ है। इस कार्यक्रम के द्वारा रेशम किटपालको को रेशम की खेती से जुड़ी बारीकियों के बारे में केंद्रीय रेशम बोर्ड से आए हुए वैज्ञानिक श्री रामलखन जी व रेशम विकास विभाग सोनभद्र से सेवा निवृत्त श्री निर्मल कुमार गुप्त जी द्वारा विस्तृत जानकारी दिया गया। संगोष्ठी में उत्कृष्ट खेती करने वाले पांच किसानों व दो सेवा निवृत्त साथियों ओमप्रकास व निर्मल कुमार गुप्ता को सम्मानित किया गया। सबसे पहले अतिथियों द्वारा संगोष्ठी का दीप प्रज्ज्वल कर कार्यक्रम का शुरुआत किया। इस कार्यक्रम में आश्रम परिवार के विमल भाई, केवला दूबे, लालबहादुर भाई, देवनाथ भाई, प्रदीप सिंह, नीरा बहन, व रेशम विकास विभाग के सहायक निदेशक रेशम श्री रणबीर सिंह, सहायक रेशम विकास अधिकारी श्री सूबेदार जी, सहायक रेशम विकास अधिकारी पंकज कुमार इत्यादि लोग उपस्थित रहे।संगोष्ठी का संचालन शिवशरण भाई ने किया।