स्थानीय चौकी व वन विभाग के मिलीभगत से चल रहा खेल
पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने डीएम से हस्तक्षेप की उठाई मांग
दुद्धी-सोनभद्र(समर जायसवाल)- कनहर विस्थापितों के लिए इन दिनों जे ,के ,एल, एम चार पुनर्वास ब्लाकों का निर्माण किया जा रहा है जिसमें 913 प्लाटो को विकसित करने का काम चल रहा है। जिसे डवलप करने का अनुबंध एचईएस कंपनी सिंचाई विभाग ने किया है ,कंपनी ने इन चारों ब्लॉकों को विकसित करने के लिए 3 ठेकेदारों को पेटी पर दे दिया है , इन चारों ब्लॉकों में आरसीसी नाली निर्माण का काम चल रहा जिसमे पेटीदार ठीकेदारों द्वारा स्थानीय कनहर नदी से निकाले गए चोरी के अवैध बालू को खननकर्ताओं से आपूर्ति लेकर धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है और सरकार को लाखों की राजस्व की चपत लगाई जा रही है। पर्यावरण कार्यकर्ताओं के मुताबिक निर्माण के विभिन्न साइटों पर अमवार के चर्चित खननकर्ता तीन ट्रैक्टरों के माध्यम से एक ही रात में पचासों ट्रैक्टर बालू की आपूर्ति लेकर उसे पौ फटने से पहले मिलर वाहन द्वारा फेट दिया जाता है जिससे सुबह अधिकारियों के धमकने पर इसे परमिट का बताया जा सके, सफेदपोशों व कतिपय दलालों के संरक्षण में रात भर गिराए बालू की डी व फ़ोटो स्कैन परमिट ठेकेदारों के मुंशियों को थमा दी जाती है। ग्रामीणों ने बताया कल रात्रि में बालू गिराने का खेल चालू था और इसकी सूचना राजस्व व वन विभाग के अधिकारियों को दी गयी जिस पर उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया लेकिन कोई असर ना देख मनबढ़ खननकर्ता रात भर बालू गिराता रहा। ग्रामीणों ने बताया कि शाम होते ही खननकर्ता अमवार चौकी व बघाडू वन रेंज कार्यालय पर सेटिंग गेटिंग के लिए मंडराने लगता है और हरी झंडी मिलने के बाद अवैध काम में जुट जाता है। (कारदायी संस्था को अनुबंध के अनुसार काम करना है अगर गैरकानूनी ढंग से बालू व गिट्टी का प्रयोग हो रहा है तो यह गलत है अगर ऐसा है तो जांच करवाकर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगा) “विनोद कुमार
अधिशासी अभियंता कनहर खण्ड-3″ (निर्माणाधीन पुनर्वास कालोनी में बालू गिराने का मामला संज्ञान में आया है उसकी रिपोर्ट बन रही है, जल्द ही संबंधित के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई होगी) “ज्ञानेंद्र यादव तहसीलदार दुद्धी। अमवार में निर्माणाधीन जे व एल ब्लॉक में शनिवार की रात्रि में ट्रैक्टरों के माध्यम से गिराये गए अवैध बालू को फ़ेंटता मिलर वाहन👇