रमेश कुशवाहा
घोरावल-सोनभद्र- थाना कोतवाली घोरावल अंतर्गत राजस्व गांव खजुरौल में जमीनी विवाद में दो पक्ष आपस में भिड़ गए जिसमें एक पक्ष की तरफ से कई लोग घायल हो गए। बताते चलें कि राजस्व गांव खजुरौल मैं आजादी से अब तक ना तो जमीन का सर्वे हुआ और ना ही चकबंदी हुई जिस कारण आए दिन विवाद उत्पन्न होता रहता है जिसमें पीड़ित ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक अनिल कुमार मौर्या से मदद की गुहार लगाई थी। ग्रामीणों का आरोप था कि प्रशासन को कई बार जमीन सीमांकन का आवेदन किया गया परंतु प्रशासन द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई उक्त गांव में गरीबों की जमीन पर दबंगों का कब्जा है ग्रामीणों का कहना था कि दबंगों द्वारा अधिकारियों को पैसा खिलाकर कार्यवाही रोक दी जाती है जिस कारण कभी भी उम्भा जैसी घटना घट सकती है। उसी का उदाहरण देखने को मिला, पीड़ित रामजीवन मौर्य ने बताया कि हमने अपनी जमीन की पैमाइश के लिए कई बार डीएम, एसडीएम, तहसीलदार समेत कई अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया परंतु कोई भी कार्यवाही नहीं हुई और हमारी जमीन पर दबंग किस्म के भुनेश्वर ओझा, विमलेश ओझा, चंदन ओझा व मुनेश्वर ओझा द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है जिसको छुड़ाने के लिए मैंने कई बार अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब पीड़ित थक हार कर माननीय जिला न्यायालय की शरण में गया जहां से न्यायालय द्वारा उक्त जमीन पर स्थगन आदेश पारित किया गया परंतु दबंगों द्वारा न्यायालय की अवहेलना करते हुए जमीन पर जबरिया अतिक्रमण किया जा रहा है जिसकी शिकायत स्थानीय थाना कोतवाली घोरावल में किया परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब हम लोग कार्य रुकवाने गए तो दबंगों द्वारा हमें पीट दिया गया जिसकी सूचना हम लोगों ने फोन द्वारा कोतवाल घोरावल को देना चाहा परंतु फोन काट कर स्विच ऑफ कर दिया गया दबंगों का कहना है कि तुम लोग कहीं भी जाओगे कोई सुनवाई नहीं होगी इस संबंध में स्थानीय लेखपाल से बात की तो लेखपाल ने बताया कि उक्त जमीन का स्थगन आदेश हो गया है अतः मेरे द्वारा कोई भी सीमांकन का कार्य नहीं किया गया है जो लोग उक्त जमीन पर जबरिया कब्जा कर रहे हैं उन पर प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही होगी। तहसीलदार घोरावल से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी हम को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है पूर्व में कितने प्रार्थना पत्र आए हैं इसकी जानकारी हमें नहीं है हमने अभी-अभी पदभार ग्रहण किया है अगर ऐसी कोई शिकायत आती है तो हम उस पर उचित कार्रवाई करेंगे।