सोनभद्र।दुनिया में कुछ ऐसी चीजें हैं जिसको हम खरीद नहीं सकते, इन चीजों में से एक है बचपन के दिन! बिरसा मुंडा फाउंडेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के सचिव रोनिका शर्मा ने यह बातें बाल दिवस के अवसर पर कहीं।बिसमुंडा फाउंडेशन के छपका स्थित कार्यालय में आदिवासी बच्चों के साथ बाल दिवस मनाया गया। आदिवासी बच्चों ने नृत्य कविता पाठ आदि किया।फाउंडेशन के संरक्षक शांता भट्टाचार्य ने बच्चो को संबोधित करते हुए राष्ट्र के निर्माण हेतु प्रेरित किया और पंडित नेहरू के जीवनी पर प्रकाश डाला।फाउंडेशन के सचिव रोनिका शर्मा ने बच्चों को अपने संबोधन में कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म आज के ही दिन 14 नवंबर को हुआ था नेहरू जी बच्चों से ज्यादा प्यार करते थे इसीलिए बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कह कर बुलाते थे,इसी कारण नेहरू जी की याद में उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा ।सुश्री शर्मा ने बच्चों को प्रेरणादायक कहानियां भी सुनायी।कार्यक्रम में कार्यालय प्रभारी शबाना राईन एवं संज्ञा मिश्रा ने सहयोग किया, दर्जनों आदिवासी बच्चों को स्वल्पाहार भी वितरित किया गया।