मनरेगा की बकाया मजदूरी का भुगतान हो – आइपीएफ


मनरेगा की बकाया मजदूरी का भुगतान हो – आइपीएफ
धरना चौतीसवें दिन भी रासपहरी में जारी


म्योरपुर, सोनभद्र ।मनरेगा में बकाया मजदूरी का तत्काल भुगतान करने, जाबकार्ड पर हाजरी चढाने और हर हाल में मनरेगा में काम उपलब्ध कराने की मांग आज रासपहरी में आइपीएफ के जारी अनिश्चितकालीन धरने के चौतीसवें दिन उठी।
धरने में वक्ताओं ने कहा कि पलायन रोकने और गांव के विकास के लिए संसद से कानून बनाकर चलाई जा रही मनरेगा को भाजपा सरकार ने विफल कर दिया है। फर्जी विज्ञापन पर करोड़ो रूपया खर्च कर मनरेगा में रोजगार देने के दावे की सचाई यह है कि कोरोना से वापस गांव लौटे लोगों को मनरेगा में काम नहीं मिल रहा है। अभी वित्तीय वर्ष पूरा नहीं हुआ मनरेगा में आवंटित बजट खत्म हो गया। सरकार ने कोरोना महामारी के बाद पलायन करके लौटे मजदूरों को मनरेगा में काम मिले इसके लिए बजट बढाने की जगह बजट में कटौती कर दी। आइपीएफ की टीम ने बलियरी, बभनडीहा, रासपहरी, कादल, पिपरहर, परनी, जामपानी आदि गांवों का दौरा कर मनरेगा का हाल जाना तो पता चला कि महीनों से काम कराकर मनरेगा की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। आमतौर पर नियम विरूद्ध जाबकार्ड पर हाजरी नहीं लगाई जा रही है। गांवों में बेरोजगारी के कारण भुखमरी की स्थिति है लेकिन मनरेगा में काम नहीं है। वक्ताओं ने लोगों की जिदंगी बचाने के लिए मनरेगा को दुद्धी में पूरी क्षमता से चलाने की मांग की।
धरने में आइपीएफ जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका, मजदूर किसान मंच जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, देव कुमार विश्वकर्मा, मनोहर गोंड़, बिरझन गोंड़, संजय कुमार गोंड़, जय प्रकाश गोंड़, राज सिंह गोंड़, सुरेन्द्र कुमार, रामलाल पनिका, शिवकुमार गोंड़, राम विचार गोंड़ आदि लोग मौजूद रहे।

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