संजय सिंह/ दिनेश गुप्ता
चुर्क-सोनभद्र- छठ माता की पूजा अर्चना के लिए नगर समेत ग्रामीण क्षेत्रों के घाटों पर रविवार को श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा, घाटों पर बजते देवी गीतों के कैसेट से भक्ति का माहौल रहा। श्रद्धालु पूजा सामग्रियों के साथ रौप, सहिजन खुर्द, सहिजन कला, चुर्क छठ घाट पर पहुंचे और अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया, इस दौरान सभी छठ घाटों पर मेला लगा रहा। चार दिन तक चलने वाले इस पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह रहा। आज सुबह से महिलाएं पुरुष घाटों पर पहुंचने के लिए अपनी तैयारी में जुटे रहे। सायं होते ही रौप एवं सहिजन खुर्द, सहिजन कला, चुर्क आदि छठ घाटों पर मेले जैसा नजरा रहा। सड़कों पर महिला, पुरुष, युवक-युवती, बच्चे गाजे बाजे के साथ बांस की सुपेली, चंगेरी, नारियल, शरीफा, मौसमी, गन्ना, गंजी, सुथनी, कच्ची हल्दी, मूली, हरा साग, भीगा चना आदि के अलावा तरह-तरह के पकवान जैसे मालपुआ, ठेकुआ, पूड़ी, हलुवा आदि एक टोकरी में लेकर घाट पर पहुंची। इस दौरान कई व्रती महिलाओं के पति सिर पर टोकरी में पूजा सामग्री लेकर घाटों की तरफ बढ़ते रहे, जबकि महिलाएं गीत गाते हुए टोलियों में छठ घाटों पर पहुंची।नहाय-खाय, खरना के बाद चौबीस घंटे के निर्जला व्रत उपवास के संकल्प के साथ सूर्य षष्ठी व्रती महिलाओं ने बुधवार को शाम अपने -अपने डाला सुपेली में पूजा के सामान को सजा कर छठ घाटों पर पहुंच सूर्य की उपासना की और सायंकाल अस्त हो रहे भगवान भाष्कर को अर्ध्य दे परिवार के मंगल सुख समृद्धि पुत्र के दीर्घायु होने की कामना की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर चुर्क चौकी प्रभारी सुधीर सिंह अपने हमाराहियो के साथ ही सभी छठ घाटों पर चक्रमण करते रहे।