72घन्टे के अन्दर के फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पर जेल के बंदियों से कराया जा रहा मुलाकात
जिला चिकित्सालय अधिकारी को अवगत कराने के पश्चात भी नहीं हुई कार्रवाई
गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)- जिला कारागार में मुलाकात के लिए आये नये शासनादेश की इन दिनों खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाने का समाचार प्रकाश में आया। जिसकी सुचना जिला चिकित्सालय अधिकारी को एक सप्ताह पुर्व भी दी गई आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जिससे बंदियों के लिए महामारी खतरा के साथ सम्बन्धित स्टाप आम जनमानस के साथ कोविड के खतरे से इन्कार नहीं किया जा सकता है। बताते चलें कि जिला कारागार में कोरोनावायरस महामारी को लेकर सन् 2020 में शुरुआती दौर में बंदियों के परिजनों की मुलाकात की ब्यवस्था पुरी तरह से बन्द करा दिया गया था। इसके पश्चात नये शासनादेश के तहत 16 जुलाई 2021से नये शर्त नियम के अनुसार वर्तमान परिस्थितियों में मुलाकात की संख्या एवं मुलाकात करने वाले ब्यक्तियो की संख्या निर्धारित करते हुए बंदियों को अपने परिजनों से सप्ताह में एक बार अधिकतम दो बार की सुविधा होगी, और मुलाकात करते समय संक्रमण से बचाव हेतु समस्त सावधानियां तथा सामाजिक दुरी मुलाकातियो के आते समय उनकी थर्मल स्केनिंग, सेनेटाइजर, एवं फेस मास्क की अनिवार्यता उपयोग में किया जायेगा। इसके पश्चात बंदियों के मिलने से 72 घण्टे के अन्दर की आरटीपीसीआर रिपोर्ट आवश्यक है।
लेकिन तमाम अनिवार्यताओं ताक पर रखकर अधीक्षक विहिन जिला कारागार में शासन कोविड 19 गाईड लाईन की कुछ दिनों के पश्चात धज्जियां उड़ाते हुए कुछ लोग फर्जी आर टीपीसीआर रिपोर्ट के माध्यम से कारागार के बंदियों से मुलाकात कराना शुरु कर दिया गया है। जिसकी स्थानीय लोगों को जानकारी होने पर जिला चिकित्सालय अधिकारी को 1अक्टुबर को प्रार्थना पत्र देकर फर्जी आरटी पीसीआर रिपोर्ट की जांच की मांग की थी लेकिन एक सप्ताह बीतने के पश्चात भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिससे इस गोरखधंधे से जिला कारागार परिसर से लेकर आसपास के क्षेत्रों में बड़े संकट काल के स्थितियों से इन्कार भी नहीं किया जा सकता है। उक्त सम्बन्ध जिलाधिकारी का ध्यान अपेक्षित है। उक्त सम्बन्ध में जिला कारागार प्रभारी अनिल सुधाकर से फोन पर वार्ता हुई तो उन्होंने ने बताया कि जेल के अंदर क्या हो रहा हमारी जिम्मेदारी महज इतनी है, इसके बाहर की क्या रिपोर्ट है, इसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता। ऐसा कोई मानक तय नहीं किया गया है कि रिपोर्ट असली है कि नकली है।