सामाजिक कार्यकर्ताओं को स्वाध्याय के लिए रोज समय निकालना जरूरी

बनवासी सेवा आश्रम में दो दिवसीय विचार गोष्ठी का समापन

म्योरपुर/पंकज सिंह

बनवासी सेवा आश्रम के विचित्रा महा कक्ष में दो दिवसीय कार्यकर्ता विचार गोष्ठी का रविवार को पर्यावरण संरक्षण,और प्रदूषण के खिलाफ आवाज बुलंद करने समाज मे भाई चारा स्थापित करने और प्रतिदिन स्वाध्याय करने के संकल्प के साथ समापन हुआ।मुख्य अतिथि कस्तूरबा गांधी ट्रस्ट की पूर्व मंत्री चातुरा बहन ने अपने संबोधन में गांधी विचार और स्वावलम्बन की बारीकियों को विचार से चर्चा की और कहा कि जब वर्तमान में सभी विचार फेल हो रहे है तो गांधी विचार और ग्राम स्वराज्य की सोच हमे जीने की राह दिखा रही है। और सुकून की जिंदगी जीने का रास्ता दिखा रही है। कहा कि गांधी विचारों का दोहन कर खड़ी की गयीं व्यवस्था से पूंजीवाद को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ताओं को रोज एक घण्टे स्वाध्याय करने से तमाम असमंजस की स्थिति से छुटकारा मिलता है। मनुष्य के अंदर सुर और असुर प्रवृति होती है। और वैचारिक सोच को बढ़ाने असुर शक्ति को दबाने की शक्ति स्वाध्याय में है।कहा कि वैचारिक प्रदूषण ,औधौगिक और प्राकृतिक प्रदूषण से ज्यादा खतरनाक है।इससे बचने की जरूरत है। कहा कि जिससे जुड़ कर समर्पण कर कार्य करते हैं उसमें ईगो हावी नही होना चाहिए। और परस्पर विश्वास से कोई काम करना चाहिए। कार्यक्रम में धुभा बहन ने वर्तमान प्रदूषण की समस्या से लोगो को अवगत कराया। मौके पर विमल भाई, केवला दुबे, शिवसरन सिंह,देवनाथ , उमेश चौबे,रमेश,राम सुभग,शांति,अशोक, बहन,सुशीला,सीता देवी,ओंकार नाथ पांडेय,दिवाकर शर्मा,लालबहादुर सिंह मानमती आदि रहे।

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