मनरेगा मजदूरो के पलायन रोकने के सराहनीय प्रयास के लिए आज मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होगी कौशल्या

म्योरपुर/पंकज सिंह

म्योरपुर ब्लॉक की सुपाचुआ की मनरेगा से जुड़ी महिला मेठ कौशल्या गांव से पलायन कर सावन में धान की रोपाई करने जाने वाले 46 मजदूरो को मनरेगा के जरिये गांव में रोजगार दिलाने का कार्य करने से सोमवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री के हाथों नारी शसक्तिकरण के तहद सम्मानित होगी। खण्ड विकास अधिकारी निरंकार मिश्रा और सी एफ़ पी टीम के ब्लॉक संयोजक आशीष द्विवेदी ने बताया कि कौशल्या आजीविका मिशन स्वमं सहायता समूह की सदस्य थी।उसे मनरेगा मेठ के रूप में चयन होने के बाद उसने गांव का अध्य्यन किया कि आखिर मजदूर पलायन क्यों करते है।उसने पाया कि वरसात में मनरेगा के काम बंद सा हो जाते है यदि काम मिले तो पलायन रुकेगा और उनके बच्चों की पढ़ाई भी बाधित नही होगी।

कौशल्या ने सी एफ पी टीम को यह बात बतायी।टीम ने अतरिक्त कार्यक्रम विनय मिश्र और खण्ड विकास अधिकारी को बताया औऱ सूचव दिया।जिससे गांव में काम खोला गया और मजदूर धान की रोपाई करने के लिए पलायन नही किये। इसकी रिपोर्ट भी मनरेगा आयुक्त लखनऊ को भेजी गयीं। यहां बताते चले कि मनरेगा सेल की सहयोगी संस्थान बनवासी सेवा आश्रम द्वारा सी एफ पी टीमो द्वारा मनरेगा के तहद 14 बिंदुओं पर प्रधानों और ब्लॉक कर्मियों से मिल कर कार्य किया जा रहा है जिससे मनरेगा कार्य मे मजदूरो को पहले से बेहतर काम मिल रहा है और मजदूरी भी समय से मिल जा रही है। सराहनीय प्रयास के लिए आदिवादी महिला मेठ कौशल्या आज सम्मानित होगी।

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