म्योरपुर/पंकज सिंह
महिलाओं को स्वावलंबी व सशक्त बनाने के उद्देश्य से बनवासी सेवा आश्रम में ऊषा सिलाई कार्यक्रम के तहत नौ दिवसीय, “क्लासिकल सिलाई शिक्षक प्रशिक्षण” का समापन हुआ। बतौर मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य सुषमा सिंह ने अपने विचार में कहा की आज पूरा देश नारी सशक्तीकरण पर कार्य कर रहा है उसका हमें लाभ लेना चाहिए। जहां नारी का सम्मान होता वहां देवता का वास होता है, वैसा ही यहां देखकर प्रसन्नता हो रही है। आप सभी बहनों को सबसे बेहतर अवसर मिला है कि उषा फाउण्डेशन व आश्रम जैसा संस्था आपके साथ है, इसका पूरा लाभ लेवें। मैं भी आपके साथ हूं जब कभी मेरी आपको जरूरत हो याद करिए, जरूर आपको मदद करूंगी। बतौर विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री से सम्मानित ग्राम प्रधान मुनगाडीह गुडिया देवी अपने जीवन की कहानी सबके समक्ष रखी। अध्यक्षीय उद्बोधन में विमल भाई ने कहा हम आपके साथ मिलकर महिलाओं का बड़ा परिवार बनाएगें जिससे अपना अनुभव साझा कर सकेगें। उन्होने बताया कि इस प्रशिक्षण में बीस आदिवासी महिलाए प्रशिक्षित हुई है। सभी प्रशिक्षित बहनें अपने गांव में जाकर सिलाई स्कूल खोलेंगी, अपने गांव के अन्य बीस किशोरियों को सीखाने का काम करेगीं, साथ अपना रोजगार भी बढाऐगीं। प्रदेश कोआर्डिनेटर विजय पाण्डेय ने कहा देश विदेश भर में कुल छब्बीस हजार सिलाई स्कूलों के माध्यम सें लाखों बहनें सीखकर स्वावलंबी बन रही हैं। प्रशिक्षक व प्रशिक्षार्थी बहने अपने नौ दिन सिलाई प्रशिक्षण में सीखने- सीखाने का अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का संयोजन व संचालन नीरा ने किया।