सोंनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- जनपद के लोकतंत्र सेनानी, प्रखर समाजसेवी, पत्रकार और साहित्यकार तथा सोन साहित्य संगम सोनभद्र के संस्थापक निदेशक रहे स्वर्गीय योगेश शुक्ला उर्फ योगेश शेखर जी की द्वितीय पुण्यतिथि पर उनके निज आवास “योगीताश्रम” में श्रद्धाजंलि सभा आयोजित कर उन्हें याद किया गया।इस दौरान सोन साहित्य संगम के तत्वाधान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा एवं कवि गोष्ठी सर्वप्रथम स्मृति शेष योगेश शेखर जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर उन्हें शत-शत नमन किया गया। अध्यक्षता संत कीनाराम महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 गोपाल सिंह ने एवम संचालन सोन साहित्य संगम के संयोजक अधिवक्ता राकेश शरण मिश्र ने किया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मधुरिमा साहित्य गोष्ठी के निदेशक अजय शेखर एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में वरिष्ठ साहित्यकार कथाकार रामनाथ शिवेंद्र, जगदीश पंथी, सुशील राही एवं प्रख्यात गीतकार डॉ रचना तिवारी उपस्थित रहीं।इसके बाद कवि सरोज सिंह द्वारा माँ सरस्वती की वंदना कर विधिवत शुरुआत की गई। योगेश जी की स्मृति में उनके पुत्रों द्वारा मुख्य अतिथि अजय शेखर जी का अंगवस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इसके बाद उपस्थित कवियों में मुख्य रूप से जगदीश पंथी सुशील राही, डॉ रचना तिवारी,प्रदुम्न तिवारी, अशोक तिवारी, राकेश शरण मिश्र ने अपने सुंदर काब्य पाठ से उपस्थित श्रोताओं को काब्य रस में सराबोर कर दिया। वही मुख्य अतिथि अजय शेखर ने योगेश शुक्ला के साथ बिताए गए समय को याद करते हुए उन्हें विशाल ब्यक्तित्व का स्वामी बताया। विशिष्ट अतिथि रामनाथ शिवेन्द्र ने कहा कि योगेश जी पूर्ण मनुष्य थे और उन्हें शब्दो मे या कविताओं में नही बांधा जा सकता। विंध्य संस्कृति शोध समिति के निदेशक दीपक केशरवानी ने कहा कि विंध्य रत्न से सम्मानित योगेश जी के बारे में कुछ भी कहना सूरज को दिया दिखाने के बराबर होगा। भाजपा नेता कृष्ण मुरारी गुप्ता, सपा नेता हिदायत उल्ला खान, समाजसेवी शशांक शेखर कात्यायन ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें महान समाज सेवी, बेमिसाल ब्यक्तित्व का स्वामी बताया। कार्यक्रम में रामदेव मौर्य, जितेंद्र सिंह, अजय पांडेय, रामकुमार शर्मा, रामजग मौर्य, जितेंद्र सिंह, राकेश अरिमर्दन, शैलेश कुमार सिंह, पंकज कुमार सिंह, मनीष पांडेय एवम नगर के अनेकों संभ्रांत लोग उपस्थित थे।