सोंनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- आदि शिल्पी कहे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर शुक्रवार को देर शाम जनपद की प्रमुख साहित्यिक संस्था ‘सोन साहित्य संगम’ के बैनर तले संस्था के सम्मानित सदस्य कवि दिवाकर द्विवेदी ‘मेघ’ विजयगढी के नगर स्थित न्यू कलोनी आवास पर काब्य व विचार गोष्ठी संस्था के संरक्षक व कथाकार रामनाथ शिवेन्द्र की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस दौरान मां सरस्वती एवं भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलित कर उन्हें शत-शत नमन कर गोष्ठी की शुरुआत की गई । तदोपरांत सोनांचल के नामचीन कवियों ने एक सेबढ़कर एक काब्यपाठ करके जहां श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया वहीं विचार गोष्ठी के माध्यम से वक्ताओं ने भगवान विश्वकर्मा एवं हिंदी साहित्य की संप्रभुता पर साहित्य मनीषियों ने विचार व्यक्त किए। संचालन कवि प्रद्युम्न कुमार तिवारी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन संस्था के उप निदेशक सुशील कुमार ‘राही’ ने व्यक्त किया। गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय मंचो के जाने माने कवि जगदीश पंथी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में गीतकार ईश्वर ‘विरागी’ मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इनके अतिरिक्त संस्था के उप निदेशक सुशील ‘राही’, अमरनाथ ‘अजेय’, दिवाकर ‘मेघ विजयगढी’, सरोज सिंह, दिलीप सिंह ‘दीपक’, संस्था के संयोजक राकेश शरण मिश्र एवं कवयित्री कौशल्या कुमारी ने बेहतरीन काब्यपाठ करके गोष्ठी में मौजूद श्रोताओं को काब्य रस में सराबोर कर दिया। सम्मानित कवियों एवं साहित्यकारों के इस समर्पण और संस्था के प्रति प्रतिबद्धता को देख जिले से बाहर रह रहे संस्था के निदेशक मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ने सभी कवियों को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से गोष्ठी में उपस्थित कवियों के प्रति आभार प्रगट किया।