दुद्धी-सोनभद्र(समर जायसवाल)- रामनगर वन रेंज कार्यालय प्रांगण में सप्त दिवसीय श्रीमदभागवत कथा के छठवें दिन कल सोमवार को भगवान श्रीकृष्ण व रुकमणी का विवाह का मंचन किया गया जिसे देख श्रद्धालु भावविभोर हो गए। इससे पूर्व श्रीकृष्ण के 25 वर्ष पूर्ण होने उपरांत वृंदावन से मथुरा जाते समय वृन्दावन की गोपियों ने किस प्रकार से मार्ग में रथ के सामने लेटरकर श्रीकृष्ण को रोकने का प्रयास किया गया और श्रीकृष्ण गोपियों को तीन दिनों में लौटने को कहते है और अपनी बांसुरी गोपियों को प्रमाण के रूप में सौंपते है कि मैं जल्द वापस आऊंगा ,इसके बाद श्री कृष्ण का मथुरा पहुँचना व रुकमणी से विवाह आदि लीलाओं का वर्णन किया गया। श्री कृष्ण के लीलाओं का वर्णन काव्य के माध्यम सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए, कथा का वाचन अयोध्या से पधारे इंद्रभूषण महाराज ने किया, श्री महाराज का आशीर्वचनों को सुन श्रद्धालुओं ने अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया। बता दे कि सप्तदिवसीय श्रीमदभागवत कथा का आयोजन वन क्षेत्राधिकारी दिवाकर दुबे के सौजन्य से किया गया जिसमें समस्त वन विभाग के कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस मौके पर वन दरोगा सर्वेश सिंह , जगदीश यादव, सुरेंद्र कुमार , प्रजापति के साथ काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें।
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