जिला जेल से मारकुंडी मुख्य मार्ग के मध्य घाघर पुल का अस्तित्व खतरे में

गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)- सदर विकास खण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत जिला कारागार जेल से मारकुंडी मुख्य मार्ग के मध्य घाघर नदी पर बना पुल का अस्तित्व जहां खतरे में है वहीं सम्पुर्ण सड़क गड्ढों में तब्दील के साथ आम लोगों का राह चलना भी मुश्किल हो गया है। बताते चलें कि चुर्क सीमेंट फैक्ट्री के जमाने का दो दशक पुर्व बनाया गया पुल पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है तथा रेलिंग भीटुट गई है। इसी के साथ सम्पुर्ण सड़क भी जगह – जगह गड्ढों में तब्दील के साथ जल जमाव से आम लोगों को राह भी चलना मुश्किल हो गया है। विभागीय अधिकारियों के द्वारा इसकी की सुध लेने की भी समय भी नहीं है जब कि इसी रास्ते से जिले के आला अधिकारियों समेत क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियों का भी आना जाना लगा रहता है। जब कि वर्षों पुर्व विभागीय अधिकारियों के दिशा-निर्देश पर‌ भारी वाहनों के लिए वर्जित का बोर्ड भी लगा दिया गया है। इसके बावजूद भी भारी वाहनों का आवागमन जारी है इसे लेकर कभी किसी दिन दुर्घटनाओं से इंकार भी नहीं किया जा सकता। इसी मार्ग से जिला जेल के वाहनों के साथ सभी बड़े छोटे वाहनों के साथ भारी वाहनों का आवागमन जारी है। उक्त सम्बन्ध में क्षेत्रीय रमाशंकर भारती, श्रवण कुमार पूर्व प्रधान, सुरेश गुप्ता मदन मोहन यादव, जगदीश मास्टर एस के गुप्ता इत्यादि लोगों ने जिलाधिकारी जिलाधिकारी से सड़क मरम्मत के साथ नये पुल बनवाने की मांग की है। उक्त सबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग के जेई एस के पांडेय ने बताया कि शासन स्तर से जिला कारागार से मारकुन्डी मुख्य सम्पर्क मार्ग नवीनीकरण हेतु स्वीकृति मिल गई है 15 सितंबर के बाहर कार्य मौसम को देखते हुए कार्य चालु करा दिया जाएगा। इसी क्रम में घाघर पुलिया के संबध में बताया कि इसका पुरा एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा गया है ।

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