kसोनभद्र
करमा ब्लाक के अतरौली राजा गाँव के ग्रामीणों ने राजस्व कर्मियों की लापरवाह रवैये से छुब्ध होकर प्राथमिक विद्यालय पर हो रहे कब्जे को मुक्त कराने के लिए एक पत्रक शुक्रवार को मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के नाम से रजिस्ट्री कर न्याय की गुहार लगाई है। ग्रामीण व युवक मंगल दल के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष एवं उसी गाँव के निवासी मनोज कुमार दीक्षित ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय अतरौली राजा गाँव मे गाँव के ही सम्मानित व्यक्ति स्व. बलदेव सिंह पटेल के द्वारा अपने खतौनी से 9 बिस्वा 6 धुर जमीन विद्यालय के लिए दान में दिया गया था।जिसका वर्तमान खाता संख्या 00043 व खसरा संख्या 233 व 234 है। लेकिन ग्राम प्रधान व लेखपाल द्वारा अपने करीबी को लाभ पहुंचाने के लिए विद्यालय की लगभग 2 बिस्वा 6 धुर जमीन को छोड़कर नापी कराई जा रही थी। ग्राम प्रधान व लेखपाल के इस रवैये को देखते हुए। युवक मंगल दल के कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों द्वारा 16 जुलाई को तत्कालीन अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया। जिस क्रम में अपर जिलाधिकारी ने 16 जुलाई को ही तहसीलदार सदर को पैमाइश कराने के लिए आदेश दिया गया। तहसीलदार सदर द्वारा उक्त दिनांक में ही विद्यालय की जमीन को चिन्हित कराने के लिए राजस्व निरीक्षक मान सिंह व लेखपाल अरविन्द सिंह व राजेन्द्र टंडन की टीम तैयार की गई लेकिन चार दिन बाद 20 जुलाई को पैमाइश करने के लिए राजस्व टीम पहुँची श्री दीक्षित व ग्रामीणों ने बताया कि तहसीलदार सदर द्वारा बनाई टीम में से लेखपाल राजेन्द्र टण्डन के जगह स्थानीय लेखपाल सुबाष सिंह को भेज दिया गया। जो की इनका नाम उक्त टीम में नही था। जिनके ऊपर इस प्रकरण को लेकर पहले से ही आरोप लगा हुआ है। स्थानीय लेखपाल जब भी विद्यालय की जमीन को नापी करने के लिए आते हैं।वे फटे व टेप से सटे हुए नक्शे को लेकर नापी करने आते हैं। नापी वाले दिनांक को स्थानीय लेखपाल सुबाष सिंह के द्वारा जांच टीम को प्रभावित कर मनमानी तरीके से स्पार्ट मेमो तैयार किया गया जिसमें नापी के तथ्यों को नही दर्शाया गया। और ग्रामीणों के बिना सिग्नेचर के स्पार्ट मेमो लेकर चलते बने उक्त प्रकरण को लेकर ग्रामीणों ने 22 जुलाई को सदर एस डी एम को ज्ञापन सौंपा और तत्कालीन नायब तहसीलदार को उक्त जमीन की नापी करने के लिए आदेशित किया गया लेकिन उक्त प्रकरण में तीन सप्ताह के ऊपर का समय बीत जाने के बाद भी विद्यालय की जमीन की नापी नही हो सकी ग्रामीणों ने उत्तर प्रदेश सरकार के संगठन युवक मंगल दल के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष मनोज कुमार दीक्षित के नेतृत्व में 16 अगस्त को जिलाधिकारी से मिलकर उक्त सम्बन्ध में नापी कराए जाने के लिए ज्ञापन सौंपा।ग्रामीणों एंव युमंद कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी महोदय को उक्त प्रकरण से अवगत कराया और दोषियों के विरुध्द कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।जिसपर जिलाधिकारी महोदय ने उपजिलाधिकारी मुख्यालय को मामले के निपटारे हेतु तत्काल आदेशित किया। लेकिन 11 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक नापी नही हो सका जो कि प्रार्थना पत्र में साफ तौर पर लगातार निर्माण कार्य कराए जाने का भी जिक्र किया गया है।जिससे यह साबित हो रहा है कि राजस्व विभाग के द्वारा इस मामले को गम्भीरता से नही लिया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों में सरकार के प्रति असंतोष है और सरकार की छवि धूमिल हो रही हैं।जहाँ आपकी सरकार बच्चों की उच्च शिक्षा को लेकर काफी अग्रणी है।और भूमाफियाओं के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही हैं। वही सरकारी विद्यालय की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे पर राजस्व विभाग व जिलाप्रशासन की संदिग्ध भूमिका आपके द्वारा किये जा रहे सफल प्रयासों पर पानी फेर रहा है। वहीं पत्र का हवाला देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगो की आखिरी उम्मीद मुख्यमंत्री जी से है। कि उक्त विद्यालय की जमीन का पैमाइश कराकर नौनिहालों को उनका जमीन वापस दिया जाय जिससे भविष्य में खेल मैदान या जूनियर हाईस्कूल के लिए प्रयोग में लाया जा सके और दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जाय जिससे इस प्रकार का पुनरावृत्ति दोबारा न हो पत्रक देने वालो में अजित पटेल, सूर्यभान,विजय बहादुर, आनन्द दीक्षित,रामलाल, रामप्रसाद, दिलीप, राहुल,सहित तमाम ग्रामीण व युवक मंगल दल कार्यकर्ता उपस्थित रहे।