अनपरा बन क्षेत्र से अबैध बालू मोरन के खनन कार्य इन दिनों पहेली बनी हुई है।

अनपरा बन क्षेत्र से अबैध बालू मोरन के खनन कार्य एक इन दिनों पहेली बनी हुई है।

सोनभद्र।अनपरा बन क्षेत्र से अबैध बालू मोरन के खनन कार्य एक इन दिनों पहेली बनी हुई है।जबकि अनपरा बन रेंज अंतर्गत कोई नदी है और नाला है जहाँ से बालू खनन का कार्य चल रहा हो।गौरतलब है कि जनपद सोनभद्र की सीमा में एनसीएल की पांच परियोजनाये संचालित होती है ।इन परियोजनाओं द्वारा अपने उपयोग हेतु काश्त क्षेत्र ग्राम समाज एवं बन भूमि का अधिग्रहण किया गया है।किसानों से ली गयी भूमि का शासन द्वारा निर्धारित मुआवजा देकर तथा परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी प्रदान की गई है।जो बचे है उन्हें समय समय पर एनसीएल में लगे आउटसोर्सिंग कम्पनियों में नौकरी दी जाती रही है।बताते चले कि एनसीएल खदानों की ओबी से बहकर आने वाली मिट्टी जो उक्त क्षेत्र के विभिन्न नालो में जम जाती है तथा वर्षा ऋतु में बरसात का पानी स्थानीय लोगों के घरों में तक पहुंच जाता है जिससे लोंगो जीवन जीना दूभर हो जाता है।जिसके परिप्रेक्ष्य में एनसीएल समय-समय वर्षा ऋतु आने के पूर्ब ही नालों की सफाई के लिए टेंडर करती है ताकि नालों की सफाई हो जाये लोंगो के घरों में पानी न पहुँच सके।नतीजतन जमे मिट्टी एवं कुछ बालू के अंश को अपने उपयोग में लेता है।वही स्थानीय ग्रामीण के लोग भी अपने निजी कार्य के उपयोग में लेते है।

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