डॉ० और नर्स पर लापरवाही का आरोप, जांच कर करवाई की मांग
बीजपुर (सोनभद्र)एनटीपीसी रिहंद के धन्वन्तरि अस्पताल में 26 साल की बुखार पीड़ित युवती को भर्ती कर चार दिन में 60 इंजेक्शन और 22 बोतल पानी चढ़ा दिया गया। 5 अगस्त को भर्ती मरीज की जब हालत गम्भीर होने लगी तब डॉक्टर ने 8 अगस्त को वाराणसी के लिए रेफर कर जान छुड़ाया। मामले में मरीज ज्योतिकुमारी के पिता बृजकिशोर गुप्ता निवासी पुनर्वास ने एनटीपीसी सीएमडी नई दिल्ली, जिलाधिकारी, सीएमओ सोनभद्र, तथा मुख्य महाप्रबंधक रिहंद सहित अन्य को रजिस्टर्ड पत्र भेज मामले की जांच और कारवाई की मांग की है। आरोप है कि डॉ ए. के. ठाकुर और स्टॉप नर्स ने आवश्यकता से अधिक बाहर के मेडिकल स्टोर से इंजेक्शन , दवा मंगवाया बावजूद अस्पताल से भी पांच हजार रुपये का इंजेक्शन लगाने की बात कह जबरिया बिल वसूला।लापरवाही के कारण मरीज की जब हालत खराब होने लगी तब डॉक्टर ने वाराणसी के लिए रेफर कर उनसे 84 सौ रुपये भी वसूल किये। सूत्रों की माने तो डॉ. ए के ठाकुर द्वारा किसी खास कम्पनी का दवा लिखा जाना और किसी खास कम्पनी के सप्लायर द्वारा दवा की मेडिकल स्टोर में सप्लाई करना भी संदिग्ध हैं। अस्पताल में उपयोग होने वाली दवा बाजार के किसी भी मेडिकल स्टोर में न मिलना भी जांच का विषय हैं अगर इन सब की जांच कर दी जाय तो बहुत से राज बाहर आ जाएंगे।गौरतलब हो कि वर्तमान समय मे धन्वन्तरि अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों तथा अन्य स्टॉप के बीच राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है। अस्पताल में आने वाले बाहरी मरीजो के साथ खूब भेदभाव किया जाता है। परियोजना परिसर से बाहर के मरीज और उनके गार्जियन का आर्थिक शोषण और ठीक से दवा उपचार न करने की भी शिकायत कई ग्रामीणों ने बताई है।