तारीख पर तारीख नहीं-आएं लोक अदालत


अनपरा (सोनभद्र) देश की अदालतें मुकदमों के अंबार से भरी हुई है। इनके बोझ से महत्वपूर्ण मुकदमे भी विलंबित होते हैं किंतु अब छोटे-छोटे विवादों और मुकदमों के निस्तारण के लिए लोक अदालत लगाई जाती हैं। अब लोगों को तारीख पर तारीख नहीं लेनी होगी महज एक प्रार्थना पत्र से मुकदमे का निष्पादन हो सकेगा।
मंगलवार की अपराहन अनपरा तापीय परियोजना के प्रेक्षागृह में आयोजित विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर को संबोधित करते हुए स्थाई लोक अदालत सोनभद्र के चेयरमैन मोहम्मद अली ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि गरीब कमजोर दिव्यांग जैसे लोगों को निशुल्क मुकदमा लड़ने के लिए आर्थिक मदद भी प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि सुदूर क्षेत्रों में जाकर लोक अदालत और कानून की जानकारी प्रदान करना ही इस शिविर का उद्देश्य है। दिन प्रतिदिन नए और कठोर कानून बन रहे हैं किंतु फिर भी अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है। सामाजिक चेतना और जागृति से ही अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है।
इससे पूर्व जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव पंकज कुमार ने स्थाई लोक अदालत की कार्यप्रणाली पर विस्तृत प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध में अगर आरोप सिद्ध होते हैं तो महिलाओं को क्षतिपूर्ति भी प्रदान की जाती है जरूरत होने पर निशुल्क विधिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं।
लोक अदालत योजना में सोनभद्र वाद निस्तारण की श्रेणी में दूसरे स्थान पर रहा है। स्थानीय लोगों का प्रतिनिधित्व करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी केसी जैन ने कहा कि औद्योगिक संस्थानों की भरमार होने के बाद भी ऊर्जांचल परिक्षेत्र मूलभूत सुविधाओं से वंचित है । आज भी लोग शिक्षा और चिकित्सा जैसी मौलिक सुविधाओं के लिए गिड़गिड़ाने के लिए विवश है । विद्युत आपूर्ति का हब होने के बावजूद लोगों को विद्युत कटौती का सामना करना पड़ रहा है प्रदूषण से जीवन दुष्कर हो गया है ।अगर इस क्षेत्र में सीएसआर से मिलने वाले मद का ईमानदारी से उपयोग हो तो बहुत सारी समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। उन्होंने न्यायाधीश महोदय से आग्रह किया कि इस क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने के लिए न्यायालय को स्वत संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई करनी चाहिए।
विस्थापितों के वरिष्ठ नेता जगदीश वैसवार ने कहा कि परियोजना संचालन के साथ-साथ स्थानीय विस्थापितों ,आदिवासियों की समस्याओं का निराकरण कर उनका विकास करना भी निकायों की जिम्मेदारी है। सभी संस्थान अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्भर कर यहां की समस्याओं से लोगों को निजात दिला सकते हैं।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी पिपरी अजय आनंद त्रिपाठी ने श्रम कानूनों की जानकारी देते हुए आवाहन किया के अधिक से अधिक श्रमिक अपना पंजीयन कराएं।
आपूर्ति निरीक्षक राम लाल यादव ने भी खाद्यान्न वितरण संबंधित जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन कर रहे हैं प्रमुख समाजसेवी आर डी सिंह ने जहां सभी अतिथियों का परिचय कराया वहीं कहा कि प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया है किंतु सरकारें यहां के आदिवासियों, मूल निवासियों का संरक्षण नहीं कर पा रही हैं। क्षेत्र स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित है। अंत में उन्होंने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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