पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
प्रधानमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर नारीशक्ति संवाद
वाराणसी। आत्मनिर्भर नारीशक्ति से संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सुनने के लिए बुधवार को स्वयं सहायता समूहों की हजारों महिलाएं एन.आई. सी., विकास भवन सभागार तथा विभिन्न विभिन्न विकासखंडों के विभिन्न ग्रामों से वीडियो लिंक के माध्यम से जुड़कर प्रधानमंत्री के उद्बोधन को सुना। प्रधानमंत्री द्वारा विभिन्न राज्यों के समूह सखियों से बात कर उनकी प्रेरणादायक कहानियों व समूह की सफलता को सुना गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समूह की महिलाओं को उत्कृष्ट उत्पादों को जेम पोर्टल पर रजिस्टर कर उनकी विक्री करने, खिलौना बनाने, प्लास्टिक मुक्त अभियान में प्लास्टिक की जगह पर जुट का व कपड़े का थैला या बैग बनाने, जागरूकता फ़ैलाने, सामाजिक कार्यों में बढचढ कर हिस्सा लेने हेतु प्रोत्साहित किया। प्रधानमंत्री ने अमृत महोत्सव पर समूह की महिलाओं को स्वास्थ्य, पोषण, कोरोना टीकाकरण पर भी सभी गावों में जागरूकता लाने के लिए आह्वाहन किया। उक्त अवसर पर वन जीपी वन बीसी सखी कार्यक्रम अन्तर्गत 19 चयनित व प्रशिक्षित बीसी सखियों को माइक्रो ए.टी.एम./हैण्डहोल्डिंग डिवाइस भी मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, उपायुक्त (स्वत: रोजगार) दीलीप कुमार सोनकर व बैंक आफ बड़ौदा के डेप्युटी रीजनल हेड के द्वारा वितरित किया गया। समूह से जुड़कर अच्छा कार्य करने हेतु समूह की चार महिलाओं–सुमन देवी ग्राम जयापुर, अनुराधा ग्राम मिर्जामुराद, पूनम व कुसुम को प्रमाण पत्र दिया गया। जनपद वाराणसी में वन जीपी वन बीसी सखी कार्यक्रम अन्तर्गत शासन स्तर से बैंक ऑफ़ बरोदा का चयन किया गया है। बीसी सखी को सुचारू रूप से कार्य करने हेतु शासन द्वारा रु 75000 का सपोर्ट फण्ड दिया जा रहा है, जिसे बीसी सखी अपने समूह से 4% वार्षिक ब्याज दर पर लेगी। सम्बंधित बीसी सखी जनपद हेतु नामित बैंक से डिवाइस का क्रय करेगी, एक डिवाइस की कीमत रु 31190.00 है। उक्त कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समूह की दीदियों को उत्कृष्ट व अच्छे कार्य हेतु प्रोत्साहित किया गया। उक्त अवसर पर आरसेटी निदेशक मनीष प्रसाद अखौरी, बैंक आफ बरोदा के ऍफ़ आई मैनेजर शशि, जिला मिशन प्रबंधक श्रवण कुमार सिंह, विक्रम सिंह, प्रदीप कुमार, रोइनेट के एरिया मैनेजर संजय प्रजापति, सुभाष पटेल, राम सूरत यादव, रचना सिन्हा, सुधीर, धनञ्जय आदि उपस्थित थे।