जागृति पावर वूमेन ट्रस्ट के द्वारा जिला ब्लड बैंक पर रक्तदान शिविर का आयोजन

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- कारगिल दिवस के उपलक्ष्य में जागृति पावर वूमेन ट्रस्ट के द्वारा जिला ब्लड बैंक पर रक्तदान शिविर लगवाया गया। शिविर का आयोजन ट्रस्ट की अध्यक्ष अनिता गुप्ता द्वारा कराया गया। रक्तदान काशुभारंभ डॉक्टर क्रांतिवीर (CMS), डॉक्टर मंजूल सिंह (blood bank incharge), डॉक्टर मानिकचंद (madical officer) व आर जी यादव (Dipti CMO) ने रिबन काटकर किया। जिसमें करीबन 22 लोगों का रजिस्ट्रेशन कराया गया जिसमें से 20 भाई बहनों ने रक्तदान किया तथा लोगों का उत्साहवर्धन करते हुए डॉक्टर मंजूर ब्लड बैंक इंचार्ज ने लोगों को बतायाकी यदि रक्तदान नही भी किया जाए तो ब्लड के सेल की आयु महज 3 माह इसके बाद यह नष्ट हो जाता है। इसलिए लोग यह भ्रम न पालें कि यदि हम रक्तदान करेंगे तो मेरा हीमोग्लोबिन कम हो जाएगा और नहीं करेंगे तो हीमोग्लोबिन 12 से बढ़ जाएगा ऐसा नहीं है चाहे पुरुष हो अथवा महिला अधिकतर रक्त की मात्रा शरीर में लगभग 12- 13 यूनिट या किसी किसी के 14 -15होती है यदि वह डोनेट नहीं करता है तो भी उसका यूनिट उतना ही रहना है और डोनेट करने के बाद हफ्ते भर में भी यूनिट उतना ही हो जाएगा बस जो लोग दान करते हैं उनका रक्त शुद्ध हो जाता है साथ ही साथ रक्तदान थीनर का कार्य करता है। इसके आगे डॉ कुमारने बताया की यदि बहन और भाइयों में इस तरीके की शंका है की थायराइड वाला शुगर वाला केलेस्ट्रोल बीपी इन बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति क्या रक्तदान कर सकता है तो मार्गदर्शन करते हुए डॉक्टर साहब ने बताया कि यदि व्यक्ति थायराइड की गोली नहीं लेता है योग प्राणायाम उचित आहार से स्वयं को सामान्य रखता है तो ऐसा व्यक्ति रक्तदान कर सकता है शुगर वाला व्यक्ति भी इंसुलिन नहीं लेता है उसका रक्त यूनिट समान है वह किसी और बीमारी से ग्रसित नहीं है शुगर टेस्ट नॉर्मल है तो वह भी रक्तदान कर सकता है सामान्य परिस्थिति में कैस्ट्रॉल वालों को बीपी वालों को रक्तदान करने से ब्लड पतला होता है।

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