बीजपुर , सोनभद्र , मध्यप्रदेश से बालू और रिहंद परियोजना से राखड़ की ओवरलोड ट्रकों के संचालन से रेनुकूट- बीजपुर मार्ग का कचूमर निकल गया है। 70 किलो मीटर तक की सड़क मे जगह जगह बने गढ्ढे तथा सड़क पर बनी छोटी छोटी पुलिया जर्जर होकर अपनी दुर्दशा को खुद बयां कर रहे हैं। गौरतलब हो कि लगभग 20 टन वजन के वाहनों को चलने के लिए बनाई गई यह सड़क ओवरलोड संचालन के कारण बारिश के मौसम में पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। इतना ही नही सड़क पर बने कई पुल और पुलिया जर्जर हो चुके हैं जो कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। बताया जाता है कि बालू और राखड़ की ओवरलोड ट्रकों पर 40 से 50 टन तक भार लोड कर इस सड़क पर बड़े बड़े वाहन दौड़ रहे हैं जिसके कारण सड़क फट चुकी है और बारिश का पानी सड़क के अंदर प्रवेश करने से
दलदल हो चुकी है। इसी प्रकार पुल और पुलिया दरक चुके है तो स्पोर्ट में डाली गई मिट्टी बैठने से कभी भी दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है। जानकारी के अनुसार नकटू, नेमना जंगल मे तथा चेतवा, जरहा, बखरीहवा सहित अन्य स्थानों पर सड़क और कई पुलिया जर्जर होने से लोगों ने सम्बन्धित बिभाग से मरम्मत की माँग की है। इसबाबत अवर अभियंता लोक निर्माण बिभाग अजय मौर्या से जब जानकारी ली गयी तो उन्हों ने बताया कि सड़क गढ्ढा मुक्ति के लिए बजट आ गया है बरसात के बाद काम शुरू करा कर पेंटिंग का कार्य कराया जाएगा इसके अलावा जहाँ अधिक खराब होगा वहाँ पर तत्काल मरम्मत का कार्य कराया जाएगा।